पिथौरागढ़ नगर निगम चुनाव में इस बार चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है, गोपू महर जो की जाग उठा पहाड़ के संयोजक हैं,


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए कई सप्ताह तक सलाखों में कैद रहे। उत्तराखंड राज्य स्थापना के बाद गोपू महर राजनीतिक मंच से उत्तराखंड की परिकल्पना जिस वक्त से उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था। पिथौरागढ़ क्षेत्र के जन सरोकार के मुद्दों को लेकर अग्रसर रहने लगे। परिणाम स्वरूप उनके द्वारा हाल फिलहाल में प्राइवेट स्कूलों के द्वारा पिथौरागढ़ वासियों से कॉपी किताब के सेट देने के नाम पर कुछ ऐसी किताबें भी बच्चों को थमा दी गई थी, जिसका कोई औचित्य ही नहीं था।इन किताबों की कीमत₹500 से ज्यादा थी। गोपू ने आंदोलन छेड़ दिया। आंदोलन के परिणाम स्वरूप, जिसमें उधम सिंह नगर के राज्य आंदोलनकारीयो ने भी प्रतिभागी किया था गोपू महर की अध्यक्षता में धरना स्थल से सीधे सरकार को चेतावनी दी गई ,या तो गोपु महर की समस्त मांगों का निस्तारण कर दिया जाए, अन्यथा की स्थिति में प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा ,गोपू महर के धरना स्थल से जैसे ही घोषणा हुई। उत्तराखंड सरकार में हलचल की स्थिति उत्पन्न हो गई, तुरंत जिला प्रशासन हरकत में आया, तत्पश्चात रात्रि 8:00 बजे जिला प्रशासन के साथ गोपू महर की अध्यक्षता में मीटिंग हुई, अभिभावकों का जो उत्पीड़न प्राइवेट स्कूलों के द्वारा किया जा रहा था, निस्तारण करने पर सहमति बन गई। पिथौरागढ़ के संदर्भ में गोपू महर समय-समय पर आवाज उठते रहे हैं। एक ऐसा राज्य आंदोलनकारी जो सड़क से लेकर सदन तक हमेशा संघर्ष करता हो, जिसका एकमात्र मकसद उत्तराखंड राज्य के शहीदों के सपने के अनुरूप उत्तराखंड राज्य को बनाना है, आज उस क्रांतिकारी राज्य आंदोलनकारी मां मेयर पद की प्रत्याशी है। पिथौरागढ़ के स्थानीय लोगों का भी मानना है। जिसने पिथौरागढ़ के लिए लंबा संघर्ष किया हो , उनकी मां, गोपू महर की मां ,उन सभी पिथौरागढ़ के जनता की मां है। और एक बेटा जिसने उत्तराखंड आंदोलन से लेकर अभी तक अपना सब कुछ पिथौरागढ़ वासियों के लिए, उत्तराखंड के लिए न्योछावर कर दिया हो ।अपनी मां को मैदान में उतारकर अपने सपनों का पिथौरागढ़, उत्तराखंड बनाना चाहता है। जैसा कि स्थानीय लोगों का भी मानना है, गोपू महर स्वस्थ साफ सभी के व्यक्ति हैं ।गोपू महर के सपनों का पिथौरागढ़ बनाने के लिए मां को वोट दें । जिसके बेटे ने अपना पूरा जीवन उत्तराखंड राज्य के लिए समर्पित कर दिया है ।आज के परिदृश्य में हम अगर बात करें। राष्ट्रीय पार्टी हो या फिर क्षेत्रीय पार्टी नगर निकाय चुनाव में अपने अपने प्रत्याशी उतार रही है। वही गोपू महर ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पिथौरागढ़ की मां को चुनाव मैदान में उतारा दिया। स्वाभाविक रूप से अगर इस मां की विजय होती है। आप आकलन कर सकते हैं। सत्ता के शिखर पर बैठे हुए सत्ताधारी नेता अपनी पार्टी में शामिल करने का प्रयास करेंगे । जैसा कि गोपू महर का भी विजन है, जीतने के बाद हम सत्ता पक्ष से पिथौरागढ़ वासियों को साथ लेकर सरकार से वार्ता करेंगे । पिथौरागढ़ के संदर्भ में जो हमारी लंबे समय से अनगिनत मांगे हैं । समस्त पिथौरागढ़ वासियों को साथ लेकर सरकार के समक्ष रखेंगे। सरकार के द्वारा मुझे विश्वास है सभी मांगों का निस्तारण होगा। मैं और मेरी मां के लिए पिथौरागढ़ की जनता और पिथौरागढ़ सर्वोपरि है ।मैं पिथौरागढ़ की जनता को अपनी मां की तरफ से अपील करता हूं। पिथौरागढ़ के सर्वांगीण विकास के लिए आप वोट करे। चुनाव जीतने के बाद पिथौरागढ़ की जनता को साथ लेकर सपनों का पिथौरागढ़ बनाएंगे।

