जबकि दून के ही पवन कुमार गोयल ने 28वीं रैंक हासिल की है। पवन फिलहाल आइआरएस अधिकारी हैं और मुंबई में तैनात हैं। जबकि हल्द्वानी के तनुज पाठक ने 72वीं रैंक हासिल की है। इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य युवाओं ने भी परीक्षा में सफलता हासिल की है।
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा-2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है, जिसमें हर बार की तरह इस बार भी प्रदेश के होनहारों ने खुद को साबित किया है। तमाम चुनौतियों और अड़चनों से पार पाकर उन्होंने अपनी कामयाबी का लोहा मनवाया है।
दून निवासी दीपेश सिंह कैड़ा ने परीक्षा में 86वीं रैंक पायी है। वहीं, उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की बेटी कुहू गर्ग ने परीक्षा में 178वीं रैंक हासिल की है। मुनस्यारी मूल के अमितेज ने 212वीं, हरिद्वार निवासी अदिति तोमर ने 247वीं रैंक प्राप्त की है।
एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट विजेंद्र डोभाल के बेटे ने भी परीक्षा में सफलता पायी है। उन्हें 284वीं रैंक मिली है। दून निवासी रोमेल बिजल्वाण ने 353वीं, ऋषिकेश की नीति अग्रवाल ने 383वीं और टनकपुर के रोमित ने 390वीं रैंक प्राप्त की। चमोली के नीति घाटी के सबसे दूरस्थ गांव द्रोणगिरी के डा. धीरज सिंह कुंवर ने परीक्षा में 559वां स्थान हासिल किया है। धारचूला के संदीप ने 906वीं और बागेश्वर के राजेश ने 988वीं रैंक प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिविल सेवा परीक्षा में सफल सभी युवाओं को शुभकामनाएं दी हैं। सीएम ने कहा कि यह सफलता उनके अथक परिश्रम, दृढ़ संकल्प और कर्मनिष्ठा का प्रतिफल है। सफल युवाओं ने अपने लक्ष्य को प्राप्त कर संपूर्ण देवभूमि को गौरवान्वित किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह सभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जनसेवा के पथ पर चलकर विकसित भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।