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आदिशक्ति पीठ माँ भुवनेश्वरी देवी धाम में भागवत कथा — 1 से 7 दिसम्बर 2025 शोभायात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ भव्य मंडाण एवं विशाल भण्डारे की तैयारियाँ पूर्ण।

विधायक शिव अरोरा ने दिशा बैठक में रुद्रपुर क्षेत्र से जुड़े अनेक विषय उठाए! विधायक बोले — 2026 से प्रारम्भ होंगी केंद्रीय विद्यालय की कक्षाएँ, रिंग रोड कार्य अंतिम चरण में, जल्दी जनता को समर्पित

उत्तराखंड सरकार ने रजिस्ट्री शुल्क में बड़ा बदलाव करते हुए इसे दोगुना कर दिया है. अब किसी भी संपत्ति की रजिस्ट्री पर अधिकतम 50 हजार रुपये शुल्क देना होगा. पहले यह सीमा 25 हजार रुपये थी.

विधायक शिव अरोरा ने जिला सैनिक कल्याण भवन में विधायकनिधि से स्थापित डेंटल चेयर का किया लोकार्पण*सैनिकों के सम्मान में एक सार्थक पहल — जनप्रतिनिधित्व का सही अर्थ

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इलाज मांगा… मौत मिली! तीन महीने में तीसरी गर्भवती ने दम तोड़ा — रजत जयंती मना रहे उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था कटघरे में

टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में स्वास्थ्य-व्यवस्था की बदहाली ने एक और जिंदगी छीन ली।…

प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षाएं: जीवन में हम अक्सर एक विरोधाभास का सामना करते हैं। एक ओर ऐसे लोग हैं जो घंटों पूजा-पाठ और भक्ति में लीन रहते हैं, फिर भी कठिनाइयों का सामना करते हैं।

दूसरी ओर, कुछ लोग बिना किसी धार्मिक अनुष्ठान के भी अपार सफलता और धन प्राप्त…

19 नवंबर 2025, बुधवार को अगहन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 09 बजकर 43 मिनिट तक रहेगी। इसके बाद अमावस्या तिथि रात अंत रहेगी। इस दिन श्राद्ध अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा यानी पितरों की शांति के लिए तर्पण-पिंडदान के लिए ये दिन ठीक रहेगा।

बुधवार को सौभाग्य, शोभन, धूम्र और प्रजापति नाम के 4 शुभ योग रहेंगे। इस दिन…

शुक्र और बुध ग्रह जब भी एक साथ आते हैं, तब लक्ष्मी-नारायण योग का निर्माण होता है। इस योग को बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि यह धन, सौभाग्य, बुद्धिमत्ता और करियर में उन्नति का संकेत देता है।

इस बार शुक्र-बुध का ये खास संयोग 12 महीने बाद बन रहा है। ✍️ अवतार…

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हिन्दू धर्म में मार्गशीर्ष माह को अत्यंत पवित्र माना जाता है। भगवान कृष्ण ने भी भगवद्गीता में इसके बारे में कहा है, “सभी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूँ।” इस माह की अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या या अगहन अमावस्या कहा जाता है, जिसका महत्व कार्तिक अमावस्या से कम नहीं है।

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Express News

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उत्तराखंड सरकार ने रजिस्ट्री शुल्क में बड़ा बदलाव करते हुए इसे दोगुना कर दिया है. अब किसी भी संपत्ति की रजिस्ट्री पर अधिकतम 50 हजार रुपये शुल्क देना होगा. पहले यह सीमा 25 हजार रुपये थी.

राजस्व वृद्धि के उद्देश्य से उठाए गए इस कदम को सरकार ने वित्तीय सुधार की दिशा में अहम माना है.…

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सैनिकों के सम्मान में सार्थक पहल: जनता के हित में ज़मीन पर उतरा जनप्रतिनिधित्व”रुद्रपुर के जिला सैनिक कल्याण भवन में…

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वार्ड 16 में नेत्रपाल मौर्य का भव्य स्वागत, ओबीसी मोर्चा को बूथ स्तर तक मजबूत करने का संकल्प

अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी को भी औपचारिक निमंत्रण मिला है। इकबाल अंसारी के मोबाइल पर कार्यक्रम के निमंत्रण से जुड़ा मोबाइल संदेश पहुंचा है।

प्रचंड फॉर्म में चल रहे भारतीय सनसनी वैभव सूर्यवंशी एशिया कप राइजिंग स्टार्स में आज फिर धमाल मचाने को तैयार हैं. जितेश शर्मा की कप्तानी वाली इंडिया ए को आज ओमान के खिलाफ एक अहम मैच खेलना है, जीतने वाली टीम सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी.

IPL 2026: आईपीएल 2014 से कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते आ रहे कैरेबियन ऑलराउंडर आंद्रे रसल ऑक्शन में उतर चुके हैं। सभी टीमों को 15 नवंबर से पहले आईपीएल 2026 रिटेंशन लिस्ट जारी करनी थी, जिसमें केकेआर ने इस विस्फोटक खिलाड़ी को रिटेन नहीं करके रिलीज कर दिया।

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टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में स्वास्थ्य-व्यवस्था की बदहाली ने एक और जिंदगी छीन ली। मंगलवार को भिलंगना ब्लॉक के श्रीकोट गांव की आठ माह की गर्भवती नीतू पंवार (24)…

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प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षाएं: जीवन में हम अक्सर एक विरोधाभास का सामना करते हैं। एक ओर ऐसे लोग हैं जो घंटों पूजा-पाठ और भक्ति में लीन रहते हैं, फिर भी कठिनाइयों का सामना करते हैं।

दूसरी ओर, कुछ लोग बिना किसी धार्मिक अनुष्ठान के भी अपार सफलता और धन प्राप्त करते हैं। यह स्थिति कई बार श्रद्धालुओं में संदेह और निराशा पैदा करती है। ✍️…

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19 नवंबर 2025, बुधवार को अगहन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 09 बजकर 43 मिनिट तक रहेगी। इसके बाद अमावस्या तिथि रात अंत रहेगी। इस दिन श्राद्ध अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा यानी पितरों की शांति के लिए तर्पण-पिंडदान के लिए ये दिन ठीक रहेगा।

बुधवार को सौभाग्य, शोभन, धूम्र और प्रजापति नाम के 4 शुभ योग रहेंगे। इस दिन चंद्रमा भी राशि बदलेगा। आगे पंचांग से जानें दिन भर के शुभ मुहूर्त, दिशा शूल…

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शुक्र और बुध ग्रह जब भी एक साथ आते हैं, तब लक्ष्मी-नारायण योग का निर्माण होता है। इस योग को बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि यह धन, सौभाग्य, बुद्धिमत्ता और करियर में उन्नति का संकेत देता है।

इस बार शुक्र-बुध का ये खास संयोग 12 महीने बाद बन रहा है। ✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी हिंदू पंचांग के…

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उच्च न्यायालय ने नया नियम हटाया – देशभर के सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ा झटका सामने आया है। हाईकोर्ट ने हाल ही में एक ऐसा फैसला सुनाया है जिसने लाखों कर्मचारियों की धड़कनें बढ़ा दी हैं।

नए नियम के तहत अब कर्मचारियों को 60 साल नहीं बल्कि 55 साल की उम्र में ही रिटायर किया जाएगा। कोर्ट का कहना है कि प्रशासनिक ढांचे में युवाओं को…

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ताकि सनत रहे नगला पंतनगर, 1960 के दशक से लेकर 1980 तक लोगों की बसायत हुई नगला में, अवगत कराते हुए की नगला में निवास करने वाले लोगों में भारतीय सेवा की तरफ से द्वितीय विश्व युद्ध 1962 1965 1971 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया। वही कारगिल युद्ध में भीनगला के लोगों ने भारतीय सेना की तरफ से प्रतिभागी किया। जिसमें 1965 और 70 के बीच नगला में निवासरत, स्वर्गीय सूबेदार मेजर खड़क सिंह बिष्ट जिन्होंने19 71,1965 और 1962 की युद्ध में भारतीय सेना में प्रतिभा किया, नगला बायपास निवासी स्वर्गीय लेस नायक प्रेमचंद पांडे, जो की 1965 से नगला में निवास कर रहे हैं ।द्वितीय विश्व युद्ध 1962 और 1965 की लड़ाई में छह माह तक चीन में कैद रहे.। स्वर्गीय हवलदार मेजर धर्म सिंह का परिवार नगला में 1972 से निवास कर रहे हैं,। 1962 1965 1971 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए भारतीय सेना की तरफ से लड़ाई लड़ी। स्वर्गीय सूबेदार आलम सिंह बिष्ट 1982 से नगला में निवासरत 1962 1965 1971 में भारतीय सेना की तरफ से युद्ध में हिस्सा लिया। कर्नल प्रताप सिंह, कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया। बोफोर्स तोप एवं रडार सिस्टम का पूर्ण रूप से प्रतिनिधित्व किया जिन्होंने कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई। राजस्थान बॉर्डर पर अपना एक पाव गवा चुके हैं। सूबेदार आलम सिंह के नाती वर्तमान में आर्मी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एनडीए रजत बिष्ट S/0 नंदन सिंह बिष्ट के दो पुत्र एनडीए क्वालीफाई करने के उपरांत थल सेना में लेफ्टिनेंट एवं जल सेना में कैप्टन उदित बिष्ट अपनी सेवाएं दे रहे हैं। स्वर्गीय इंदर सिंह थापा 1965 1971 की लड़ाई में वही उनके पुत्र लक्ष्मण सिंह थापा भारतीय सेना से हाल फिलहाल रिटायर हुए हैं। त्रिलोक सिंह जिन्होंने भारतीय सेवा में अपने 8 साल दिए हैं। स्वर्गीय भीम सिंह बिष्ट पैरा कमांडो, आदि कई अन्य लोगों ने जो नगला क्षेत्र में निवास कर रहे हैं देश के लिए बहुत कुछ किया है, वहीं अगर उत्तराखंड राज्य आंदोलन की बात की जाए ,नगला क्षेत्र से अवतार सिंह बिष्ट, हरीश जोशी, एवं उनके परिवार के दो अन्य सदस्य, जगदीश बोहरा, प्रकाश पुजारी, जो की चिन्हित राज्य आंदोलनकारी हैं। परिवार के साथ नगला में 1976 से निवास करते हैं,। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ, उधम सिंह नगर को उत्तराखंड में मिलने के लिए 24,36 व 72 घंटे का जाम और उत्तराखंड राज्य आंदोलन में अनगिनत आंदोलन इनके द्वारा किए गए। दिल्ली फिरोजशाह कोटला मैदान से इंडिया गेट तक का मार्च पास्ट एवं उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। उत्तराखंड राज्य गठन मै महत्वपूर्ण भूमिका इन की रही है। ताकि सनत रहे, उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पूरा नगला क्षेत्र एक जुटता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जिसमें सभी जाति धर्म के लोग सम्मिलित होते थे ,मिल का पत्थर साबित हुआ था। पूरे उधम सिंह नगर में नगला क्षेत्र का जबरदस्त ,,विशेष,, असर देखने को मिलता था । नगला की खबर उधम सिंह नगर की खबर बन जाती थी। जिस नगला क्षेत्र को तोड़ने की चर्चा आजकल चल रही है । नगला वासियों ने देश व प्रदेश को एवं समाज को बहुत कुछ दिया है। आज जब नगला क्षेत्र को तोड़ने की कवायत चल रही है। राजेश शुक्ला पूर्व विधायक के द्वारा सराहनीय कार्य नगला को बचाने के लिए किया जा रहा है। नगला क्षेत्र को तोड़ने के लिए सरकारी महकमा भी कहीं ना कहीं असहज महसूस कर रहा है। हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स की तरफ से हम सरकार से मांग करते हैं नगला क्षेत्र के लोगों का एवं नगला मै निवास कर रहे लोगों के अधिकार सुरक्षित हो, विधानसभा पटल पर नगला क्षेत्र को लंबे समय से निवास कर रहे लोगों को मलिकाना हक दिया जाए। और देश, प्रदेश व समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नगला ,पंतनगर वासियों के अधिकार सुरक्षित किये जाए। उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना थी, उत्तराखंड के मूल निवासियों के अधिकार सुरक्षित होंगे। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सबसे ज्यादा जिन्हें नुकसान हुआ है या फिर जिनके घर तोड़ दिए गए या फिर तोड़ दिया जाएंगे। नगला वासी 60 ,70, 80 के दशक में उन जगहों पर नगला मै विस्थापित हो चुके थे ।जिन्हें आज सरकार अपना बता रहीहैं। नगला वासी की निगाहें उत्तराखंड सरकार पर हैं ।असमंजस की स्थिति नगला क्षेत्र में बनी हुई है। एक और जहां लोगों के अंदर आक्रोश है। वहीं दूसरी ओर अपने जीवन की महत्वपूर्ण जमा पूंजी व अपने मेहनत के दम पर खड़े किए गए कंक्रीट के मकान उनके दर्द को बाया कर रहे हैं। महिलाएं वह बच्चे पथराई आंखों से अपने टूटे हुए घर को देखकर स्तंभ है। लोगों के अंदर दहशत का माहौल है। उम्मीद की एक किरण धामी सरकार पर है। जो नगला को बचा सकती है।

Hindustan Global Times, Avtar Singh Bisht, journalist from Uttarakhand नगला, उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी एवं भारतीय सेना, मैं महत्वपूर्ण भूमिका रही है नगला कवाशियो की ताकि सनत रहे नगला के…

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हिन्दू धर्मग्रंथों में चार युग की संकल्पना की गई है। ये हैं- सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग और कलियुग। माना जाता है कि हर युग में मनुष्आइए जानते हैं, कौन-सा युग कब प्रारंभ हुआ, किस युग की क्या विशेषताएं थी और भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से किस युग में कौन-सा अवतार हुआ?

सतयुग

चारों युगों में से सबसे पहला सतयुग है। वह युग जहां पाप, अधर्म, अन्याय और झूठ के लिए कोई जगह नहीं होता है, सतयुग कहा गया है। पुराणों के अनुसार, सतयुग का प्रारंभ कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। ग्रंथों में इस युग की अवधि लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष बताई गई है।

इस युग में देवी-देवता पृथ्वी पर मनुष्य की भांति ही रहते थे। कहते हैं, उनकी आयु लगभग 2 लाख वर्ष होती थी। पुष्कर इस युग का सबसे महान तीर्थ था। इस युग में भगवान विष्णु के 10 मुख्य अवतारों में से मत्स्य, कच्छप, वराह और नरसिंह अवतार हुए थे।

त्रेतायुग

ग्रंथों में त्रेतायुग की अवधि लगभग 12 लाख 28 हजार मानी गई है। इस युग की शुरुआत वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से हुई थी। इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 10,000 वर्ष हुआ करती थी। कहते हैं इस युग सबसे महान तीर्थ नैमिषारण्य था। इस युग में अधर्म का नाश करने के लिए भगवान विष्णु के श्री राम, वामन, परशुराम के अवतार हुए थे।

द्वापरयुग

पुराणों के मुताबिक, द्वापर युग की अवधि लगभग 8 लाख 64 हजार है। यह युग माघ माह के कृष्ण अमावस्या से शुरू हुआ था। हिंदू धर्म ग्रंथों में इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 1000 वर्ष बताई गई है। इस युग का सर्वश्रेष्ठ तीर्थ कुरुक्षेत्र को माना गया है। द्वापर युग में भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ने धरती पर जन्म लेकर कंस जैसे दुष्टों का संहार किया था।

कलियुग

वर्तमान युग यानी कलियुग की अवधि तीनों युगों में सबसे कम है। इस युग की अवधि 4 लाख 32 हजार वर्ष बताई जाती है। कलियुग की शुरुआत भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से मानी जाती है। यह तिथि इस साल सोमवार 30 सितंबर, 2024 को पड़ रही है।

हैरत की बात है कि इस युग में मनुष्य की आयु लगभग 100 वर्ष ही रह गई है। वहीं, गंगा नदी को कलियुग का सबसे पवित्र तीर्थ स्थान बताया गया है। इस युग में भगवान विष्णु के 9वें अवतार भगवान बुद्ध का जन्म हुआ। भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि के रूप में कलियुग के अंत में होगा।

कब खत्म होगा कलियुग?

भारतीय काल-निर्णय के अनुसार कलियुग का अंत होने में अभी 4 लाख 26 हजार 875 साल बाकी हैं। इस समय कलियुग का प्रथम चरण चल रहा है और कलियुग के मात्र 5 हजार 125 साल हुए हैं। बता दें कि कलयुग के कुल अवधि 4 लाख 32 हजार साल के बताई गई है।य की बनावट से लेकर उसके व्यवहार और उम्र में कुछ परिवर्तन आए हैं।

   आइए जानते हैं, कौन-सा युग कब प्रारंभ हुआ, किस युग की क्या विशेषताएं थी और भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से किस युग में कौन-सा अवतार हुआ? सतयुग…

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रुद्रपुर चुनाव की अपडेट खबर कौन बनेगा रुद्रपुर का मेयर पार्षदों की क्या है स्थिति प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

रुद्रपुर नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विकास शर्मा कांग्रेस पार्टी से मोहनखेड़ा में पूरे दमखम के साथ नगर निगम का चुनाव लड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री…

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इलाज मांगा… मौत मिली! तीन महीने में तीसरी गर्भवती ने दम तोड़ा — रजत जयंती मना रहे उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था कटघरे में

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19 नवंबर 2025, बुधवार को अगहन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 09 बजकर 43 मिनिट तक रहेगी। इसके बाद अमावस्या तिथि रात अंत रहेगी। इस दिन श्राद्ध अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा यानी पितरों की शांति के लिए तर्पण-पिंडदान के लिए ये दिन ठीक रहेगा।

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इस बार शुक्र-बुध का ये खास संयोग 12 महीने बाद बन रहा है। ✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी हिंदू पंचांग के […]

भारत की भक्ति परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण को सर्वोच्च करुणासागर माना जाता है। जब धर्म संकट में हो, अधर्म प्रबल होने लगे, और भक्त भयभीत हों-तब ईश्वर अलग-अलग रूपों में अवतरित होकर जगत का मार्गदर्शन करते हैं।

इन्हीं दिव्य रूपों में एक रूप है-खाटू श्याम, जिन्हें आज करोड़ों भक्त “हारे के सहारे”, “खाटू के श्याम”, और “बारबरीक” के नाम से पुकारते हैं। राजस्थान के सीकर ज़िले के खाटूधाम में उनकी समाधि […]

सनातन परंपरा में में किसी भी देवी-देवता का आशीर्वाद पाने के लिए तमाम तरह की पूजा के साथ व्रत का विशेष विधान है. हिंदू मान्यता के अनुसार बुधवार का दिन रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश जी और बुध देवता की पूजा और व्रत के लिए समर्पित है.

मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति श्रद्धा और विश्वास के साथ बुधवार का व्रत विधिपूर्वक करता है तो उसे इन देवताओं की कृपा और शुभ फल प्राप्त होते है. आइए […]

हिन्दू धर्म में मार्गशीर्ष माह को अत्यंत पवित्र माना जाता है। भगवान कृष्ण ने भी भगवद्गीता में इसके बारे में कहा है, “सभी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूँ।” इस माह की अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या या अगहन अमावस्या कहा जाता है, जिसका महत्व कार्तिक अमावस्या से कम नहीं है।

जयपुर, जोधपुर स्थित पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि अगहन अमावस्या (मार्गशीर्ष अमावस्या) 19 और 20 नवंबर को पड़ रही है। तिथियों में […]

आदिशक्ति पीठ माँ भुवनेश्वरी देवी धाम में भागवत कथा — 1 से 7 दिसम्बर 2025 शोभायात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ भव्य मंडाण एवं विशाल भण्डारे की तैयारियाँ पूर्ण।

! जय माता दी !!1 दिसम्बर — शोभायात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ रुद्रपुर। आदिशक्ति पीठ माँ भुवनेश्वरी देवी धाम, फौजी मटकोटा में 1 दिसम्बर 2025 को भव्य […]

विधायक शिव अरोरा ने दिशा बैठक में रुद्रपुर क्षेत्र से जुड़े अनेक विषय उठाए! विधायक बोले — 2026 से प्रारम्भ होंगी केंद्रीय विद्यालय की कक्षाएँ, रिंग रोड कार्य अंतिम चरण में, जल्दी जनता को समर्पित

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