2024: वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा  वैशाख पूर्णिम हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima Shubh muhurat) का खास महत्व होता है.

Spread the love

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है, इसके अलावा पूर्णिमा के दिन व्रत, स्नान और दान करने का भी खास महत्व होता है. कहते हैं कि इस दिन सुदामा ने भी व्रत रखा था और और इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था, इसलिए वैशाख पूर्णिमा का महत्व दोगुना हो जाता है. ऐसे में वैशाख पूर्णिमा के दिन आपको क्या करना चाहिए (vaishakh Purnima dos and don’ts) आइए हम आपको बताते हैं इसका शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय.

आज मनाई जा रही है दया और करुणा के प्रतीक भगवान बुद्ध की जयंती, जानिए बुद्ध पूर्णिमा की तिथि और महत्व

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

कब मनाई जाएगी वैशाख पूर्णिमा

वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा इस बार 23 मई 2024 को मनाई जाएगी, इसकी शुरुआत 22 मई शाम 6:48 से हो जाएगी और इसका समापन 23 मई को शाम 7:23 पर होगा, ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 23 मई को ही बुद्ध पूर्णिमा या वैशाख पूर्णिमा का पावन त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ का महत्व होता है, इस साल बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध की 2586 वीं जयंती मनाई जाएगी. इस दिन शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, गजकेसरी राजयोग, शुक्र आदित्य राजयोग, गुरु आदित्य राजयोग बन रहे है, जिसके कारण ये पूर्णिमा तिथि और भी शुभ मानी जा रही है.

वैशाख पूर्णिमा पर करें ये उपाय

अगर आपके घर में सुख शांति और समृद्धि नहीं है और घर में क्लेश रहता है, तो वैशाख पूर्णिमा के दिन 11 पीली कौड़ी लेकर माता लक्ष्मी के चरणों में रख दें और अगले दिन लाल कपड़े में बांधकर इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी में डाल दें, ऐसा करने से आर्थिक समस्या दूर होती है और घर में बरकत आती है. धन-धान्य की कमी नहीं होती है. इसके अलावा वैशाख पूर्णिमा के दिन झाड़ू दान करने से भी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद साधकों पर सदैव बना रहता हैं.

वृष: व्यापार तथा कामकाज की दशा संतोषजनक, कोई भी काम अनमने मन से न करना ठीक रहेगा, फैमिली फ्रंट पर नाराजगी तथा तनातनी रहने का डर।

मिथुन: विरोधियों को कमजोर समझने की भूल न करनी चाहिए, क्योंकि वे कभी भी आपका लिहाज न करेंगे, मन भी अशांत सा रहेगा।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

कर्क : मन तथा सोच पर नैगेटिविटी प्रभावी रहेगी, इसलिए गलत कामों की तरफ भटकते अपने दिमाग पर जब्त रखना चाहिए।

सिंह : कोर्ट-कचहरी में जाने से बचना चाहिए क्योंकि वहां आपके पक्ष की कोई खास सुनवाई न होगी, इसलिए सावधानी रखें।

कन्या: हल्की सोच तथा नेचर वाले लोग आपकी टांग खींचेंगे तथा परेशान रख सकते हैं इसलिए उनसे फासला रखें।आज का राशिफल 23 मई, 2024- सभी मूलांक वालों के लिए कैसा रहेगा

तुला : लेन-देन के काम एहतियात के साथ करें क्योंकि आपकी किसी पेमैंट के फंसने का डर हो सकता है। अर्थ दशा भी कमजोर रहेगी।

वृश्चिक: अर्थ तथा कारोबारी दशा अच्छी जो भी कोशिश करें, पूरा जोर लगाकर करें, मन तथा सोच पर नैगटिविटी का असर रहेगा।

धनु : चूंकि समय उलझनों, पेचीदगियों वाला होगा इसलिए कोई भी इंपोर्टैंट काम हाथ में न लेना सही रहेगा।

मकर: सितारा आमदन वाला, अर्थ दशा भी कंफर्टेबल रहेगी, यत्न करने पर कामकाजी प्लानिंग प्रोग्रामिंग में कोई बाधा मुश्किल हटेगी।

कुम्भ : चूंकि सितारा सरकारी कामों के लिए ढीला है इसलिए न तो किसी सरकारी अफसर के समक्ष जाएं और न ही कोई नया यत्न शुरू करें।

मीन: धार्मिक कामों में जी न लगेगा, बाधाओं रुकावटों के कारण आपकी कोई भी सरकारी कोशिश सिरे न चढ़ सकेगी।

आज 23 मई को गुरुवार के संयोग में वैशाख पूर्णिमा पड़ रही है। जिसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि ने महात्मा बुद्ध का अवतार लिया था इसलिए इस पूर्णिमा को बेहद खास माना गया है।

वहीं इस बार वैशाख पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं। जिससे इस दिन न आपको सिर्फ पूजा-पाठ का दोगुना लाभ मिलेगा बल्कि इस दिन किए गए उपाय भी आपको बेहद जल्द शुभ फल प्रदान करेंगे। आज हम आपको वैशाख पूर्णिमा पर करने वाले कुछ अचूक उपायों के बारे में बताएंगे, जो आपके जीवन की हर परेशानी को छूमंतर कर देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं…

 सबसे पहला उपाय है, धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन रात के समय पूजन के दौरान 11 पीली कौड़ियां लेकर मां लक्ष्मी को अर्पित करें। फिर अगले दिन इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से आपके घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। दूसरे उपाय के तौर पर बता दें कि वैशाख पूर्णिमा के दिन घर में भगवान सत्यनारायण की कथा करने का बहुत अधिक महत्व माना जाता है इसलिए इस दिन घर में श्री सत्यनारायण कथा का पाठ जरूर करवाना चाहिए। इससे आपके घर में सुख-संपदा आएगी। तीसरे उपाय की बात करें तो धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बुद्ध पूर्णिमा के दिन जल से भरा हुआ कलश और मिठाई या पकवान का दान करना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से आपको अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।

 अगला उपाय है देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इसके लिए वैशाख पूर्णिमा की मध्यरात्रि को गाय के दूध से बनी खीर में घी और चीनी मिलाकर देवी लक्ष्मी को भोग लगाएं और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि इससे धन की देवी मां लक्ष्मी की तो अपार कृपा बरसती ही है साथ ही घर की धन-संपदा में वृद्धि होती है। इसके अलावा यदि आप करियर में सफलता पाना चाहते हैं तो वैशाख पूर्णिमा की रात कारोबार में स्थित पूजा स्थल पर माता लक्ष्मी के पास गोमती चक्र पूर्ण विधि के साथ स्थापित करें। ॐ श्रीं नमः की 21 माला का जाप करें। पूजा के बाद इसे अगले दिन पीले कपड़े में बांधकर धन स्थान या तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से आपको व्यापार में धन लाभ होने लगता है और हर काम में सफलता मिलने लगती है। वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल पेड़ की पूजा जरूर करें और एक लोटे जल में कच्चा दूध और काले तिल मिलाकर पीपल पेड़ की जड़ पर चढ़ाएं और संध्या के समय पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाएं। इस उपाय को करने से कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं।

इस साल वैशाख पूर्णिमा, आज यानी गुरुवार 23 मई को है. इस दिन कुछ लाभकारी उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. पूर्णिमा तिथि पूजा-पाठ और स्नान-दान के लिए बेहद शुभ होती है. इस दिन लोग घर पर भगवान सत्यनारायण की पूजा और कथा कराते हैं. धार्मिक मान्यता है कि वैशाख माह पूर्णिमा की शुभ तिथि पर भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था, इसलिए इसे बुद्ध जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.
वैशाख पूर्णिमा 2024 तिथि (Vaishakh Purnima Tithi 2024)
वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि बुधवार शाम 6 बजकर 47 मिनट शुरू हो गई है जिसका समापन आज यानी 23 मई गुरुवार को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार आज यानी 23 मई को ही वैशाख पूर्णिमा मनाई जाएगी. साथ ही आज ही व्रत,स्नान और दान आदि धार्मिक कार्य किए जाएंगे.

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड
वैशाख पूर्णिमा पूजा के लिए शुभ मुहूर्त – 23 मई सुबह 9 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक का समय सबसे शुभ रहेगा.
वैशाख पूर्णिमा पर स्नान-दान का समय- वैशाख पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त सबसे श्रेष्ठ होता है. स्नान के लिए 23 मई सुबह 4 बजकर 4 मिनट से 4 बजकर 45 मिनट तक का समय रहेगा.
वैशाख पूर्णिमा पूजन विधि (Vaishakh Purnima Puja Vidhi)
वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें.
इसके बाद स्नान कर साफ-सुथरे कपड़े पहने. इसके बाद मंदिर की सफाई करें.
एक चौकी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें.
फिर भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें. भगवान को चंदन का तिलक लगाएं.
इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आरती करें. प्रभु के मंत्रों का जाप करें.
पूजा के बाद फल और मिठाई का भोग लगाएं. आखिर में प्रसाद सभी में बांटें.
वैशाख पूर्णिमा पर इन मंत्रों का करें जाप
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वंदे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥
वैशाख पूर्णिमा के उपाय
सत्यनारायण की पूजा- पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होती है. वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था, इसलिए इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. वैशाख पूर्णिमा पर घर में सत्यनारायण की कथा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
पीपल की पूजा करें- वैशाख पूर्णिमा के दिन स्नान-दान और व्रत के साथ-साथ पीपल के पेड़ की पूजा करने का महत्व धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है. शास्त्रों में पीपल पेड़ की पूजा के कई लाभ बताए गए हैं. इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
चंद्रमा को अर्घ्य दें- वैशाख पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपनी 16 कलाओं में रहता है. इस रात कच्चे दूध में चीनी मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. मान्यता है कि इससे सभी प्रकार के दोष और कष्ट समाप्त होते हैं और साथ ही गृह कलेश भी समाप्त होता है. इसके अलावा घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

मुख्य द्वार पर लगाएं बंधनबार- वैशाख पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए, घर में धन आगमन के लिए और धन संबंधी समस्याओं के छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम या अशोक के पत्तों का तोरण बांधें और घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है और धन प्राप्ति के योग बनते हैं.
जरूर करें दान- वैशाख पूर्णिमा के दिन अन्न, जल, दूध, फल, चावल, जूते और छाता आदि दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन गरीबों, साधु-संतों और ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए और उन्हें जरूरत की चीजें दान करनी चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इस दिन जल से भरा कलश मंदिर में दान करने से तीर्थों के दर्शन करने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है.
पक्षियों के लिए लगाएं परिंडा- शास्त्रों में वर्णन है कि पक्षियों को पानी पिलाने से पितृदोष, वास्तु दोष और जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा मिलने लगता है. अगर आपको नौकरी में लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो पक्षियों को दाना-पानी देने से यह समस्या दूर हो सकती है. इसके अलावा, इस दिन छायादार वृक्ष जैसे आम, नीम, बरगद, पीपल आदि लगाने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं.

Spread the love