खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से सरकार और पुलिस की नाक में दम कर चुका कुख्यात खालिस्तान समर्थक और उपदेशक अमृतपाल सिंह वोटों के बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं. वर्तमान में वह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है.
खबर लिखे जाने तक इस से कांग्रेस के उम्मीदवार कुलबीर जीरा 77943 सीटों पर, अकाली दल के विरसा सिंह वल्टोहा 3088 सीटों पर हैं. अमृतपाल सिंह 80 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहा है. अमृतपाल सिंह को ‘माइक’ चुनाव चिह्न आवंटित किया गया था और वह. ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है.
बता दें कि खुद अमृतपाल की मां ने ऐलान किया था कि वह चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा था कि अमृतपाल सिंह पर चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा रहा था और अब वह खडूर साहिब लोकसभा से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करेगा. किसी पार्टी से नहीं लड़ेगा बल्कि अपने बलबूते लड़ेगा. अमृतपाल पंजाब के मुद्दों को अच्छी तरह से जानता है और यह चुनाव उन्हीं मुद्दों पर लड़ा जाएगा.