जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाकर हमला किया है. आतंकियों की ओर से की गई गोलाबारी में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं

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जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी बलिदान हो गए। इस खबर के बाद उनके घर में कोहराम मचा है। उनके स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।घर में थे सबसे छोटे

26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे।उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं।आदर्श ने बारहवी तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार से हुई। 2019 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष थे।

एक भाई चेन्नई में करता है नौकरी

आदर्श तीन भाई बहन में सबसे छोटे थे। उनकी बहन की शादी हो चुकी है और भाई चेन्नई में नौकरी करता है।वह इसी साल फरवरी में अपने ताऊ के लड़के की शादी में घर आए थे। सोमवार देररात उनके बलिदान होने की खबर स्वजन को दी गई। यह जानकारी मिलते ही उनके घर में मातम छा गया।

अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों ने जवानों पर घात लगाकर हमला किया था. आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है. ये नापाक हरकत आतंकियों ने जिले की बिलावर तहसील के मछेड़ी इलाके के बदनोटा गांव में की है.यह इलाका भारतीय सेना की 9वीं कोर के अंतर्गत आता है. आतंकवादियों की गोलीबारी के बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. दोनों ओर से फायरिंग जारी है. इस आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया है. उमर ने कहा कि कठुआ से दर्दनाक खबर आ रही है. यह बहुत बुरा दिन है. इस हमले की निंदा करता हूं. परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. उम्मीद है कि घायल जवान जल्दी और पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे.आतंकी हमले की निंदा करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह दुखद और चौंकाने वाला है कि जवान उन जगहों पर ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा रहे हैं, जहां 2019 से पहले आतंकवाद का कोई निशान नहीं था. यह आपको जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में सब कुछ बताता है.आतंक के खात्मे की लड़ाई अपने अंजाम तक पहुंचेगीइससे पहले शनिवार को कश्मीर के कुलगाम में हुई दो मुठभेड़ में छह आतंकवादी मारे गए थे. इस दौरान दो जवान शहीद हो गए थे. अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि मोदरगाम मुठभेड़ में दो आतंकियों के शव बरामद किए गए जबकि चिन्नीगाम से रविवार को चार शव बरामद किए गए. अधिकारी ने बताया कि कुलगाम जिले के दो गांवों में शनिवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी. आतंकियों से मुठभेड़ में एक पैरा कमांडो समेत दो जवानों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए.अलमारी में बंकर और सीक्रेट दरवाजा, इस तरह बिल में छुपे थे आतंकी,हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, उत्तराखंडइन ऑपरेशन के बार में बताते हुए पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने कहा कि 6 आतंकवादियों का सफाया, बड़ी उपलब्धि है. ये सफलता इसका संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में आतंक के खात्मे की लड़ाई अपने अंजाम तक पहुंचेगी.बीते महीने जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं. रियासी, कठुआ और डोडा में हुए हमलों में कई लोगों की जान गई है. 9 जून को रियासी हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी. 41 लोग घायल हुए थे. हमले में सात सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए थे. CRPF का एक जवान शहीद हो गया था. कठुआ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था.सीमा पार से रची जा रही है बड़ी साजिशये दोनों मुठभेड़ अमरनाथ यात्रा के बीच हुई हैं. हाल के महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों में इजाफा देखने को मिला है. दूसरी ओर विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी जोरों पर हैं. खुद पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया है कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव होने की संभावना है.सुरक्षाबलों को इनपुट मिला है कि घाटी में शांति भंग करने के लिए सीमा पार से साजिश रची जा रही है. घुसपैठ और आतंकी भर्ती के कई प्रयास किए गए हैं लेकिन आतंकियों को मुंह की खानी पड़ी है. हाल ही में पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की थी.


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