


सातूं-आठू महोत्सव, इस अवसर पर महिलाओं के साथ समृद्ध लोक संस्कृति के प्रतीक झोड़ा-चांचरी का गायन भी किया। माता गौरा एवं प्रभु शिव के आशीर्वाद से लोकपर्व सातूं-आठू पर्व आप सभी के जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि लेकर आए, ऐसी मेरी प्रार्थना है।



सातूं-आठू महोत्सव देहरादून स्थित श्री नीलकंठ महादेव मंदिर में कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद् शाखा प्रेमनगर द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोकपर्व “सातूं-आठू महोत्सव” में सम्मिलित होकर सम्पूर्ण विधि-विधान पूर्वक गौरा-महेश्वर का पूजन किया।
थल ,कुमाऊँ क्षेत्र का सुप्रसिद्ध लोक महोत्सव आठूँ की बहार —
पाखुड़ी न्यौली-“धूर हैरे छि भारि बारिश,हरिया हैरे खेती,
इस्कुल की छौरी कमला पछिले हैरे लटी !!”
स्थान -बलतिर के नागीमल मन्दिर में आठूँ महोत्सव में लगी चांचरी का दृश्य .
थल

डीडीहाट विधानसभा के अंतर्गत भैस्यूडी ग्रामसभा में आठू महोत्सव में प्रतिभाग , भगवान गमरा- महेश्वर (पार्वती-शिव) जी से क्षेत्रवासियों के सुख शांती के लिए प्रार्थना ।



दूसरा दिन – आठूँ महोत्सव पिथौरागढ़ 2023 की कुछ झलकियाँ


आठू महोत्सव रामलीला मैदान पिथौरागढ़ में
बुंगाछीना (बाराबीसी ) का हिलजात्रा
हिरण चित्तल
बैलो की जोड़ी
बेहतरीन प्रदर्शन
बाराबीसी के कलाकारों के द्वारा
हिरण चित्तल के मुख्य कलाकार
