किच्छा:- पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने ग्राम राघवनगर में रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की लीला के प्रथम दिन का दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काटकर शुभारंभ किया।

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किच्छा:-

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि रामलीला भारतीय संस्कृति और समाज का अभिन्न अंग है, जो हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भगवान श्रीराम के आदर्श आज भी समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, और उनका जीवन सत्य, न्याय, और मर्यादा का प्रतिरूप है, जिसे हमें आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से नई पीढ़ी को भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों से जुड़ने का अवसर मिलता है, जो उनके नैतिक और सांस्कृतिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

ग्राम राघवनगर में यह रामलीला पिछले 61 वर्षों से लगातार आयोजित की जा रही है, जिसमें गांव के ही स्थानीय युवक रामायण के विभिन्न पात्रों का मंचन करते हैं। इस आयोजन की विशेषता यह है कि इसे पूरी तरह से गांव के युवाओं द्वारा ही संचालित किया जाता है, जो अपनी निष्ठा और समर्पण के साथ भगवान श्रीराम की लीला को मंच पर जीवंत करते हैं। शुक्ला ने रामलीला कमेटी और कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि उनके इस प्रयास से गांव में न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता फैल रही है, बल्कि यह आयोजन ग्रामीणों के बीच एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।

राजेश शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह गांव के बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति और मूल्यों के प्रति जागरूक करने का भी एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने रामलीला में भाग लेने वाले युवाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया और कहा कि उनके समर्पण और परिश्रम से यह आयोजन इतना सफल और प्रभावशाली बन पाया है। शुक्ला ने कहा कि 61 वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को बनाए रखना ग्रामवासियों की प्रतिबद्धता और श्रद्धा का प्रतीक है, जो गांव के विकास और सामाजिक संरचना को मजबूत करने में योगदान दे रही है। राजेश शुक्ला ने सभी उपस्थित जनों को शुभकामनाएं देते हुए कामना की कि भगवान श्रीराम की कृपा सभी पर बनी रहे और रामलीला की यह परंपरा इसी प्रकार अनवरत चलती रहे।
कार्यक्रम में ग्राम प्रधान सुषमा यादव, नरेंद्र मणि त्रिपाठी, डी एन यादव, वीरेंद्र यादव, संजय कुशवाहा, परमहंस राजभर, विजय नाथ राय, स्वामीनाथ यादव, हिमाचल कुशवाहा, हरवंश राजभर, उदयभान कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा, नंद कुमार, महेश यादव, रामपाल यादव, सुरेंद्र यादव, धनंजय यादव, सूरज शाह, मन्नू राजभर, मोहन कुशवाहा, विजय पाल कुशवाहा, रवि वर्मा, राम भवन कुशवाहा, अनुराग यादव समेत समस्त ग्रामीण उपस्थित थे।


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