अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने पिछले दिनों कहा कथा कि महाकुंभ में गैर सनातनियों को खाने पीने की दुकानें नहीं लगाने देना चाहिए।
हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
प्रशासन को इस संदर्भ में जरूरी कदम उठाना चाहिए। इस पर रविवार को प्रतिक्रिया आई।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अखाड़ा परिषद से कहा, यह फैसला साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला है। समाज में नफरत फैलाने वाला है। उन्होंने रविवार को एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर इसे लेकर प्रसारित किया।
कहा, प्रयागराज में महाकुम्भ होने जा रहा है। वह चाहते हैं कि मेला अमन व शांति के साथ पूरा हो। अफसोस की बात है कि अखाड़ा परिषद ने घोषणा की है कि मेले में समुदाय विशेष की दुकान नहीं लगने दी जाएगी। इस फैसले पर विचार होना चाहिए।
कानूनी कार्रवाई की मांग
उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। इस संदर्भ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने सवाल पूछा कि हमें मक्का और मदीना में क्यों नहीं जाने दिया जाता। वहां पर हिंदुओं के जाने पर रोक क्यों है। हम तो रघुपति राघव राजा राम, ईश्वर अल्ला तेरे नाम की संस्कृति के हैं। हमारे मेले में मुस्लिम दुकान लगाएंगे तो हमें भी अनुमति मिले।
महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हम मुस्लिमों के दुकान लगाने का इसलिए विरोध कर रहे हैं कि वे खाने पीने के सामान में गंदी चीजें मिलाते हैं। ऐसे लोगों का विरोध लगातार होता रहेगा।
विशेष सूट में रहेंगे ड्राइवर, नाविक व गाइड तैयारी
तीर्थराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियां अब काफी तेज हो गई है। महाकुंभ के दौरान आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन ने कुछ नई पहल की हैं। खासतौर से कुंभ मेले में कार्यरत ड्राइवर, नाविक, गाइड और ठेला संचालकों को विशेष तरह के ट्रैक सूट पहनाने की योजना बनाई गई है। इससे न केवल इन्हें पहचानना आसान होगा, बल्कि पर्यटकों को भी इनसे सहायता प्राप्त करने में भी सुविधा होगी।
चारों श्रेणियों के लिए विशेष ट्रैक सूट तैयार किए जा रहे हैं। प्रशासन ने यह निर्णय इस बात को ध्यान में रखते हुए लिया है कि मेले में भीड़भाड़ के दौरान यात्रियों को आवश्यक सेवाएं सहजता से मिल सकें। ड्राइवरों, नाविकों, गाइडों और ठेला संचालकों के लिए अलग-अलग प्रकार के ट्रैक सूट निर्धारित किए गए हैं।
इस प्रकार, हर श्रेणी की अपनी एक विशिष्ट पहचान होगी, जिससे यात्री आसानी से इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। प्रत्येक ट्रैक सूट पर कुंभ और पर्यटन विभाग का प्रतीक चिन्ह अंकित होगा। प्रशासन का मानना है कि इस नई व्यवस्था से मेले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था और यात्री समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकेगा।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि महाकुंभ 2025 में ड्राइवर, नाविक, गाइड और ठेला संचालकों को ट्रैक सूट प्रदान किए जाएंगे। इन ट्रैक सूट पर पर्यटन और कुंभ का लोगो भी अंकित होगा। ये बदलाव विशेष आकर्षण होंगे, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक बेहतर अनुभव प्रदान करेंगे।