मार्गशीर्ष महीने का व्रत 2024
इस महीने कई महत्वपूर्ण व्रत भी होंगे जो इस प्रकार हैं… 16 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति, 18 गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, 22 नवंबर कालभैरव जयंती, 23 नवंबर कालाष्टमी, 26 नवंबर उत्पन्ना एकादशी, 28 नवंबर प्रदोष व्रत, 29 नवंबर को मासिक शिवरात्रि, 30 नवंबर को दर्स अमावस्या, 06 दिसंबर को विवाह पंचमी, 07 दिसंबर को चंपा ष्ष्ठी, 8 दिसंबर को भानु सप्तमी, 11 दिसंबर को गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी, 12 दिसंबर को मत्स्य द्वादशी, 13 दिसंबर को प्रदोष व्रत, 14 दिसंबर को दत्तात्रेय जयंती और 15 दिसंबर को धुन संक्रांति.
हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
भगवान कृष्ण और मार्गशीर्ष महीने में संबंध –
मार्गशीर्ष का महीना श्री कृष्ण को अत्यंत प्रिय है. क्योंकि स्वंय भगवान कृष्ण ने गीता के दसवें अध्याय में कहा है कि ”मासानां मार्गशीर्षोअहम” यानी ”साल के सभी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं.”
मार्गशीर्ष महीना महत्व
यह महीना जप, तप, ध्यान के लिए अच्छा होता है. इस महीने में पवित्र नदी में स्नान करना बहुत फलदायी माना जाता है. इसके अलावा विष्णुसहस्त्र नाम, भगवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करना बहुत लाभकारी होता है. वहीं, इस माह में शंख में पवित्र नदी का जल भरकर पूजा स्थान पर रखें. फिर शंख शंख में भरा जल घर की दीवारों पर छिड़कें. इससे घर में शुद्धि और शांति आती है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.