रुद्रपुर नगर निकाय चुनाव राजकुमार ठुकराल संजय ठुकराल ने भरा भारी जन समर्थको के बीच मेयर पद का पर्चा

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रुद्रपुर नगर निगम चुनाव का विपुल बज चुका है, 30 दिसंबर 2024 को रुद्रपुर से एक दर्जन के आसपास मेयर प्रत्याशियों ने पर्चा भरा।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

वही नगर निगम की 40 पार्षद सीटों के लिए 200 से ज्यादा लोगों ने अपना नामांकन कराया। एक और जहां सत्ता पक्ष के द्वारा विकास शर्मा का पर्चा भराया जा रहा था ,रुद्रपुर के अंदर जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं की जा रही थी, वही राजकुमार ठुकराल पूर्व विधायक अपने पूरे दमखम के साथ अपने छोटे भाई संजय ठुकराल के साथ समर्थकों को लेकर पर्चा भरने पहुंचे। राजकुमार ठुकराल के पहुंचते ही कलेक्ट्रेट परिसर स्थित नामांकन कक्ष के आसपास लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा ।मीडिया कर्मी राजकुमार ठुकराल का वर्जन लेने के लिए उत्सुक थे। पुरे सोशल मीडिया में नामांकन के दिन यानी 30 दिसंबर को पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल छाए रहे । न्यूज़ पोर्टल ,मीडिया चैनल, सोशल मीडिया , फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम,अखबार में राजकुमार ठकराल को सुनने के लिए लोग उत्सुक रहे। सोशल मीडिया के स्टार राजकुमार ठुकराल को रुद्रपुर ही नहीं पूरे उत्तराखंड में सुना जा रहा था,अब देखना यह है जैसे कि मीडिया कर्मी सवाल पूछ रहे थे। आपका अगला स्टंट क्या होगा? क्या आप नाम वापस लेंगे ?क्या आप भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करेंगे? कांग्रेस ने टिकट क्यों नहीं दिया !इस तरह के सवालों का जवाब राजकुमार ठुकराल मीडिया कर्मी को दे रहे थे.

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स का चुनावी विश्लेषण. रुद्रपुर ही नहीं पूरे उत्तराखंड खंड में पड़ा और सुना जाता है रुद्रपुर नगर निगम चुनाव का चुनाव विश्लेषण

क्या होगा। राजकुमार ठुकराल का राजनीतिक भविष्य

पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल चुनावी विश्लेषण

पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल संजय ठुकराल ने एक-एक पर्चा यानी कि दो आवेदन सम्मिलित किए हैं। राजकुमार ठुकराल के प्रशंसक उन्हें चुनाव में देखना चाहते हैं ।लेकिन कुछ प्रशंसक राजकुमार ठुकराल को राय देते हुए दिखे की राष्ट्रीय पार्टियों के बैनर तले ही चुनाव लड़े ।राष्ट्रीय पार्टियों का अपना एक वोट बैंक होता है, जैसा कि रुद्रपुर में कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने के बाद लगभग 25000 से गिनती शुरू होती है। वहीं निर्दलीय चुनाव लड़ने से गिनती 0 से शुरू होती है ।राजनीति और राजनीतिज्ञ में अंतर होता है। राजनीतिज्ञों का मानना है कि राजकुमार ठुकराल को निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ना चाहिए ।जबकि राजनीति वालों को लगता है कि राजकुमार ठुकराल को चुनाव लड़ना चाहिए। प्रशंसकों में चुनाव लड़ने और नहीं लड़ने को लेकर भी मतभेद हैं। कल नाम वापसी का अंतिम दिन है।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स का आकलन राजकुमार ठुकराल नाम वापसी ले सकते हैं। नाम वापस लेने के उपरांत भारतीय जनता पार्टी में वापसी कर सकते हैं। इस शर्त से कि नाम वापसी के बाद पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल प्रदेश संगठन में ठीक-ठाक पद पर या फिर राज्य मंत्री स्तर का आहोदा देकर सुशोभित करने पर भी सहमति बन सकती है, 2027 में विधानसभा के चुनाव होने पर ,हमने पहले भी बताया था, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल को ऑफर आ चुकी है 2027 में परिसीमन होगा ।रुद्रपुर की दो विधानसभा क्षेत्र बन जाएगी। परिसीमन नहीं होने की स्थिति में राजकुमार ठुकराल किच्छा विधानसभा से चुनाव लड़कर फिर से सुर्खियों में आ सकते हैं। राजनीति के उथल-पुथल के बीच राजकुमार ठुकराल पूर्व विधायक फिलहाल फूक फूक कर कदम रख रहे हैं। हाल फिलहाल में कोई भी ऐसा बयान जिससे भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब होती हो बयान देने से बच रहे हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन राजकुमार ठुकराल अपने जीवन काल में अभी तक 11 चुनाव जीत चुके हैं, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की राजनीतिक और राजनीतिज्ञ को समझना आसान नहीं होगा। हम केवल एक आकलन कर सकते हैं।

सहमति नहीं बनने पर राजकुमार ठुकराल चुनाव लड़ेंगे ।अगर राजकुमार ठुकराल चुनाव लड़ते हैं। रुद्रपुर नगर निगम पूरे उत्तराखंड में सुर्खियों में आ जाएगा। अभी यह कहना कौन किस पर है भारी, गलत होगा ।पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के शुभचिंतकों का एक बहुत ही बड़ा कुनबा , पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित है ।


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