कुवैत की योगा ट्रेनर शेखा ए.जे. अल-सबाह, सेब सम्राट हरिमन शर्मा और उत्तराखंड के ट्रैवल ब्लॉगर दंपत्ति ह्यूग और कोलीन गैंटजर समेत 30 गुमनाम नायकों को इस साल के पद्म पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की. यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिए जाते हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

पद्म पुरस्कारों में तीन श्रेणियां होती हैं – पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री. इस बार जिन व्यक्तियों को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा, वे विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जैसे कि योग, विज्ञान, साहित्य, सामाजिक कार्य, खेल, संगीत आदि.

राष्ट्रपति ने पद्मश्री पुरस्कारों की घोषणा

कुवैत की योगा ट्रेनर शेखा ए.जे. अल-सबाह को उनके योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. शेखा ने कुवैत में योग के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई सालों तक काम किया है.

30 गुमनाम नायक हुए सम्मानित

सेब सम्राट हरिमन शर्मा को पद्मश्री मिल रहा है, क्योंकि उन्होंने नागालैंड में फल की खेती और विशेषकर सेब के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस सम्मान के योग्य बना दिया.

उत्तराखंड के ट्रैवल ब्लॉगर दंपत्ति ह्यूग और कोलीन गैंटजर को उनके ट्रैवल ब्लॉग के माध्यम से भारतीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पद्मश्री मिला है. उन्होंने दुनिया भर में भारत की यात्रा को साझा किया और देश के पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय किया.

हरिमन शर्मा सहित कई प्रमुख नामों की घोषणा

इसके अलावा, नागालैंड के फल किसान एल हैंगथिंग, पुडुचेरी के वादक पी दत्चानमूर्ति, मध्य प्रदेश की सामाजिक उद्यमी सैली होल्कर, और मराठी लेखक मारुति भुजंगराव चितमपल्ली को भी पद्मश्री सम्मान प्राप्त होगा.

इन पुरस्कारों का ऐलान प्रत्येक साल गणतंत्र दिवस के मौके पर किया जाता है और ये भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान माने जाते हैं. इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन लोगों को सम्मानित करना है जिन्होंने समाज में अपना योगदान दिया और दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने.


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