प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट के दौरान जिन मुद्दों पर बात की उनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर उनके विचार, गुजरात दंगों और बीजेपी की चुनावी कामयाबी को लेकर पूछे गए सवाल बेहद अहम हैं।

Spread the love

लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट “Lex Fridman Podcast” में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया कि आप आरएसएस के बारे में क्या बता सकते हैं और इस संगठन का आप पर क्या प्रभाव पड़ा? इसके जवाब में मोदी ने विस्तार से अपनी बात को रखा।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

मोदी ने कहा, ‘पिछले 100 साल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दुनिया की चकाचौंध से दूर रहते हुए समर्पित भाव से काम किया है और यह मेरा सौभाग्य रहा कि ऐसे संगठन से मुझे जीवन के संस्कार मिले, मुझे लाइफ ऑफ परपज मिला, यह मेरा सौभाग्य रहा कि मैं कुछ समय के लिए संतों के बीच चला गया।’

संघ के काम को समझने की कोशिश करें- मोदी

मोदी ने कहा, ‘करोड़ों लोग आरएसएस से जुड़े हुए हैं, आरएसएस को समझना इतना आसान नहीं है, इसके काम को समझने की कोशिश करनी चाहिए। संघ आपको परपज ऑफ लाइफ के विषय में आपको अच्छी दिशा देता है। संघ के कुछ स्वयंसेवकों ने सेवा भारती नाम का संगठन खड़ा किया है। सेवा भारती झुग्गियों में बिना किसी सरकारी सहायता के केवल समाज की सहायता के जरिये लगभग 125,000 सेवा प्रकल्प चलाते हैं। इसमें वे बच्चों को पढ़ाना आदि काम करते हैं।’

वनवासी कल्याण आश्रम चला रहे संघ के स्वयंसेवक

मोदी ने आगे कहा, ‘कुछ स्वयंसेवक ऐसे हैं वे वनवासी कल्याण आश्रम चलते हैं। वे आदिवासियों के बीच में रहकर उनकी सेवा करते हैं और 70 हजार से ज्यादा एकल विद्यालय चलाते हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने AI रिसर्च वैज्ञानिक लेक्स फ्रिडमैन से कहा, ‘आरएसएस के पास भारतीय मजदूर संघ है और शायद उसकी 55,000 यूनियन हैं और करोड़ों की तादाद में इसके सदस्य हैं। शायद दुनिया में इतना बड़ा मजदूर संघ कोई नहीं होगा। वामपंथी लोगों ने मजदूरों के आंदोलन को बल दिया और नारा दिया कि दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ, जो लोग संघ की शाखा से निकले हैं और भारतीय मजदूर संघ चलाते हैं, वे कहते हैं मजदूर दुनिया को एकजुट करते हैं।’

गुजरात दंगों पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने 2002 के गोधरा दंगों के बारे में भी बात की। ये दंगे उस वक्त हुए थे जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने कहा, ‘2002 से पहले गुजरात में 250 से ज़्यादा बड़े दंगे हुए थे। 1969 में हुए दंगे करीब छह महीने तक चले थे। इसलिए, मेरे आने से बहुत पहले से ही इसका इतिहास रहा है। मोदी ने कहा, ‘सबसे बड़ी बात है कि जिस गुजरात में साल में कहीं-कहीं दंगे हुआ करते थे, 2002 के बाद से गुजरात में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ। पूरी तरह शांति है। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते, हम सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास इसी मंत्र को लेकर चलते हैं।’

मोदी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जीवन और मृत्यु में से मृत्यु ही निश्चित है और जो निश्चित है उससे क्या डरना।

मोदी बोले- कभी अकेलापन महसूस नहीं करता

पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं कभी अकेलापन महसूस नहीं करता क्योंकि मैं 1+1 के सिद्धांत में विश्वास करता हूं। पहला एक मोदी है और दूसरा ईश्वर है। मेरे लिए नर सेवा ही प्रभु सेवा है और इसी भाव को लेकर मैं चला हूं। मुझे परमात्मा और 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन हासिल है।’


Spread the love