भा रत से रूस पहुंचे सांसदों के प्रतिनिधिमंडल की फ्लाइट को मॉस्को एयरस्पेस में उस समय लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई, जब यूक्रेन ने राजधानी पर बड़ा ड्रोन हमला कर दिया. DMK सांसद कनिमोई के नेतृत्व में यह डेलिगेशन पाकिस्तान में पल रहे आतंकियों की जानकारी साझा करने के लिए रूस गया था.

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हमले के चलते फ्लाइट को कई मिनटों तक हवा में ही चक्कर लगाने पड़े, जिससे डेलिगेशन की सुरक्षा को लेकर चिंता और सतर्कता दोनों बढ़ गई.

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

घटना उस समय हुई जब फ्लाइट मॉस्को में एंटर कर चुकी थी और लैंडिंग की तैयारी कर रही थी. लेकिन उसी समय यूक्रेनी ड्रोन हमलों के कारण पूरे एयरस्पेस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. मॉस्को एयरपोर्ट पर स्थिति सामान्य होते ही विमान को सुरक्षित उतार लिया गया.

फ्लाइट को मिली नहीं लैंडिंग की इजाजत

जैसे ही भारतीय डेलिगेशन की फ्लाइट मॉस्को की सीमा में दाखिल हुई, ठीक उसी वक्त यूक्रेन ने राजधानी पर ताबड़तोड़ ड्रोन हमले शुरू कर दिए. सुरक्षा कारणों से मॉस्को के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर विमानों की आवाजाही तुरंत रोक दी गई. इस वजह से सांसदों की फ्लाइट को कई मिनटों तक हवा में चक्कर काटना पड़ा.

भारतीय राजदूत ने किया स्वागत

फ्लाइट के सुरक्षित लैंडिंग के बाद मॉस्को स्थित भारत के राजदूत विनय कुमार ने सभी सांसदों का गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रतिनिधिमंडल रूस सरकार और उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों के नेटवर्क और उनके वैश्विक खतरे पर जानकारी साझा करेगा. DMK सांसद कनिमोई ने कहा, ‘रूस के साथ भारत के पहले से बेहतरीन रिश्ते हैं. हम उन्हें दिखाएंगे कि पाकिस्तान के आतंकवादी कैसे पूरी दुनिया के लिए खतरा बनते जा रहे हैं.’

पुतिन को पहले से था हमले का अंदेशा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही इस तरह की स्थिति की आशंका जता चुके थे. उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत में कहा था, ‘जब भी कोई विदेशी सरकारी प्रतिनिधिमंडल रूस आता है, यूक्रेन मॉस्को पर ड्रोन अटैक कर देता है.’ पुतिन का मानना है कि यूक्रेन जानबूझकर ऐसा करता है ताकि रूस का वैश्विक संपर्क बाधित हो और अन्य देश डर के कारण यहां आना बंद कर दें.

यूक्रेन की चुप्पी और रूस की कार्रवाई

ड्रोन हमले को लेकर यूक्रेन की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. हालांकि, द कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ड्रोन हमले के डर से रूस ने तीन प्रमुख एयरपोर्ट्स बंद कर दिए. रिपोर्ट के अनुसार, 22 मई को रूस ने यूक्रेन के 250 से अधिक ड्रोन मार गिराए, जो इस बात का संकेत है कि यूक्रेन ने एक साथ भारी मात्रा में हमला किया था.


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