🛕 हिंदुत्व तभी बचेगा, जब मंदिर बचेंगे: प्राचीन नंदेश्वर धाम की पुकार और हिंदू समाज की अग्निपरीक्षा 🔥


✍️ Avtar Singh Bisht
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स / शैल ग्लोबल टाइम्स व
“जागो हिंदू जागो!” — यह कोई साधारण नारा नहीं, यह उस आत्मचेतना की पुकार है जो अब भारत के प्रत्येक कोने से उठने लगी है। मंदिर, हमारी संस्कृति के स्तंभ हैं, हमारे पूर्वजों की आस्था का प्रतीक हैं, और यदि इन्हीं को खत्म करने के प्रयास हों, तो समझ लीजिए, यह सिर्फ ईंट-पत्थर पर नहीं, बल्कि हमारे अस्तित्व पर हमला है।
नैनीताल रोड पर स्थित पवित्र नंदेश्वर (नादिया) धाम मंदिर, जो नदिया टोक, पीपलपड़ाव, टांडा क्षेत्र में सहस्त्राब्दियों से बाबा भोलेनाथ की साधना भूमि के रूप में पूजित रहा है, आज वन विभाग की दमनकारी कार्यवाही और सरकारी अफसरशाही के अत्याचारों की चपेट में है।
यह मंदिर कोई “अतिक्रमण” नहीं, यह सनातन धर्म की श्वास है। जहाँ साधु-संत वर्षों से तपस्या कर रहे हैं, जहाँ प्रतिदिन श्रद्धालु आकर दीप जलाते हैं, आरती करते हैं, जहाँ हर घंटा शिवभक्ति में गूंजता है — वहाँ यदि वन विभाग बुलडोजर लेकर खड़ा हो जाए, तो यह प्रशासनिक नहीं, सांस्कृतिक आतंकवाद है।
🔱 सनातन परंपरा के मंदिर पर बुलडोजर??देश में जब राम मंदिर बन रहा है, काशी विश्वनाथ का पुनरुद्धार हो रहा है, उज्जैन, द्वारका, सोमनाथ जैसे तीर्थों को भव्यता दी जा रही है — तब उधम सिंह नगर के इस प्राचीन मंदिर को उजाड़ने की कोशिश करना एक प्रकार से सरकार और समाज दोनों के लिए आत्मघाती होगा।
वन विभाग का यह तर्क कि मंदिर संरचना वन भूमि में आती है, न केवल हास्यास्पद है बल्कि असंवेदनशील भी। क्या बौद्ध मठों, चर्चों या मस्जिदों पर ऐसी ही कार्रवाइयां होती हैं? नहीं। क्योंकि यह तथाकथित “सेकुलरिज़्म” सिर्फ मंदिरों पर ही लागू होता है।
🙏 महंत भैरव गिरी और संत समाज का अपमान?जूना अखाड़ा के महंत श्री भैरव गिरी महाराज वर्तमान में इस मंदिर की पीठासीन सेवा में हैं। उनकी साधना, उनकी सेवा और मंदिर के पुनरुद्धार हेतु हरि गोविंद सेवा ट्रस्ट व हिंदू युवा वाहिनी ने वर्षों से श्रमदान किया है। लेकिन आज उन्हीं की झोपड़ियाँ तोड़ी जा रही हैं, उन्हें अपमानित किया जा रहा है, श्रद्धालुओं से जबरन पैसा वसूला जा रहा है, यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 के विरुद्ध सीधा हमला है जो धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है।
📢 हिंदू युवा वाहिनी का बिगुल?इस अन्याय के खिलाफ 6 जून 2025 को गांधी पार्क, रुद्रपुर में “प्राचीन नंदेश्वर धाम बचाओ – सनातन बचाओ जनआक्रोश सभा” का आयोजन किया जा रहा है। हिंदू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री भुवन बिष्ट के नेतृत्व में इस सभा में हजारों सनातनी जन भाग लेंगे और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
यह सभा कोई साधारण विरोध नहीं, यह हिंदू समाज की जागृति की प्रतीक होगी।
🌄 हिंदू राष्ट्र की कल्पना अधूरी है बिना मंदिरों की रक्षा के?आज जब भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ के रूप में देखने की इच्छा तेज होती जा रही है, तो यह भी समझना जरूरी है कि यह कल्पना तब तक अधूरी रहेगी जब तक मंदिरों पर हमले होते रहेंगे।
- क्या यह विडंबना नहीं कि सनातन धर्म को पुनर्जीवित करने का दावा करने वाली सरकार में ही मंदिर तोड़े जा रहे हैं?
- क्या यह न्याय है कि हमारे संतों को अपराधियों जैसा व्यवहार झेलना पड़े?
मंदिर बचेगा, तो संस्कृति बचेगी। संस्कृति बचेगी, तो राष्ट्र बचेगा।
📣 अब समय है — एकजुट होने का!?यह सिर्फ नंदेश्वर धाम की लड़ाई नहीं है, यह हर उस सनातनी की लड़ाई है जो आज भी अपने घर में दीपक जलाकर शिव को प्रणाम करता है।
यह लड़ाई उस भारत की आत्मा को बचाने की लड़ाई है जिसने “वसुधैव कुटुम्बकम्” का सपना दिखाया।
🙏 सभी धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्रवादी संगठनों से अपील है कि इस पुकार को सुनें।
🙏 इस जनआक्रोश सभा में बढ़-चढ़कर भाग लें।
🙏 अपने मंदिर, अपने संत, अपनी संस्कृति के सम्मान के लिए एकजुट हों।
“मंदिर बचेगा, तभी हिंदुत्व बचेगा।
हिंदुत्व बचेगा, तभी भारत बचेगा।”
🚩 हर हर महादेव 🚩
🚩 जय नंदेश्वर धाम 🚩
🚩 जय सनातन धर्म 🚩
🖊️ यह लेख हिंदू युवा वाहिनी, हरि गोविंद सेवा ट्रस्ट, और समस्त सनातनी समाज की आवाज है।
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

