
वह प्रांत प्रचारक बैठक के लिए दिल्ली आने वाले हैं। जिसमें संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले सहित देश भर के 11 क्षेत्रीय प्रमुख और 46 प्रचारक भी शामिल होंगे।


इस बैठक में हालांकि संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होने पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के साथ ही संघ के विस्तार पर चर्चा होगी। लेकिन यह माना जा रहा है कि इस दौरान भाजपा के नए अध्यक्ष को लेकर भी संघ प्रमुख की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही कई अन्य नेताओं के साथ वार्ता हो सकती है।
यह कहा जा रहा है कि संघ और भाजपा के बीच सहमति नहीं बनने की वजह से भाजपा का अगला अध्यक्ष चुनने में देरी हो रही है। हालांकि इस तरह की आशंका को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नकारते हुए कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं।
भाजपा चाहती है गतिरोध खत्म करना
सूत्रों के मुताबिक संघ प्रमुख के दिल्ली में रहने के दौरान भाजपा शीर्ष नेतृत्व का यह प्रयास रहेगा की भाजपा के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुद्दे पर उत्पन्न गतिरोध को खत्म कर लिया जाए। यह कहा जा रहा है कि संघ इस बात को लेकर नाराज है कि भाजपा ने जेपी नड्डा को बिना दोबारा अध्यक्ष चुने ही लगभग दूसरा कार्यकाल भी दे दिया, जबकि भाजपा नेतृत्व चाहता तो नए अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता था।
इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि संघ इस बार अपनी पसंद के किसी नेता को अध्यक्ष बनाना चाहता है। जिससे भविष्य में भाजपा के किसी अध्यक्ष की ओर से वह बयान ना आए जो जेपी नड्ड ने चुनाव के दौरान दिया था।
बता दें कि जेपी नड्डा ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि भाजपा को अब संघ की जरूरत नहीं है। जिसके बाद से संघ और भाजपा के बीच गतिरोध कायम हो गया था। संघ ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नहा के इस बयान को बहुत ही गंभीरता से लिया था।
कई नेता नड्डा को फिर मौका देने के पक्ष में
यह बताया जा रहा है कि भाजपा नेताओं का एक तबका यह चाहता है कि अगर किसी अन्य नेता का नाम भाजपा अध्यक्ष के रूप में सामने नहीं आ रहा है तो जेपी नड्डा को ही एक और कार्यकाल दिया जाए, लेकिन संघ का कहना है कि वह विना घोषणा के ही दूसरा कार्यकाल लगभग तय कर चुके हैं। वह वर्ष 2019 में भाजपा अध्यक्ष बने थे।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (सोर्स: सोशल मीडिया)
भाजपा के संविधान के अनुसार अध्यक्ष का कार्यकाल 3 वर्ष होता है। लेकिन जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म होने के बाद किसी न किसी वजह से उनके कार्यकाल को विस्तार मिलता रहा है। यही वजह है कि वह पिछले लगभग 5 साल से अधिक समय से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं।
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सबसे आगे केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम चल रहा है। उनके अलावा विनोद तावड़े से लेकर मनोहर लाल खट्टर, स्मृति ईरानी सहित करीब आधा दर्जन अन्य नेताओं के नाम भी चर्चा में हैं।
महिला अध्यक्ष को लेकर भी चर्चा
यह पहली बार है कि जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए तीन महिला नेताओं के नाम भी चर्चा में बने हुए हैं। अगर ऐसा होता है तो यह भाजपा में एक नया इतिहास बनने जैसा होगा जब कोई महिला भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष होगी। अगर ऐसा होता है तो यह अगले चुनाव में लोकसभा में 33% सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने से पहले भाजपा की ओर से एक और बड़ा राजनीतिक संदेश होगा।
