
इन आतंकवादियों की पिछले एक साल से तलाश की जा रही है। सेना और पुलिस के एक संयुक्त खोज दल ने बृहस्पतिवार सुबह जिले में बसंतगढ़ के सुदूर बिहाली इलाके में एक सटीक सूचना के आधार पर तलाश अभियान शुरू किया, जिसके दौरान मुठभेड़ शुरू हुई।


इलाके में अतिरिक्त बलों को भेजा गया है और खराब मौसम के बावजूद व्यापक तलाश अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू रेंज के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने बताया, आतंकवादियों का सुबह करीब साढ़े आठ बजे पता चला…माना जा रहा है कि उनकी संख्या चार है और हम इस समूह को पिछले एक साल से ढूंढ रहे थे। उन्होंने बताया कि कोहरा होने के बावजूद तलाश अभियान जारी है और मौसम में सुधार होने के बाद ही असल स्थिति का पता चलेगा।
मुखबिर की सूचना पर हुआ सेना का ऑपरेशन
अधिकारियों ने बताया कि जिन आतंकवादियों को घेरा गया है, वे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं और सेना के पैरा कमांडो की अगुवाई में संयुक्त तलाश दल ने करूर नाला के पास उन्हें छिपे हुए पाया। इससे पहले, सुबह जम्मू स्थित सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने कहा था, ”एक सटीक सूचना के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में एक संयुक्त अभियान शुरू किया।
ऑपरेशन बिहाली कोड नाम से चलाया गया अभियान
आतंकवादियों से सामना हुआ। अभियान अभी जारी है।” ‘ऑपरेशन बिहाली’ कोड नाम वाला यह अभियान ऐसे वक्त में शुरू किया गया है जब एक सप्ताह बाद कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू होगी। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद बुधवार देर रात को सांबा जिले के पुरमंडल इलाके में एक तलाश अभियान चलाया था। हालांकि, कुछ भी बरामद न होने के बाद अभियान शांतिपूर्वक समाप्त हो गया।

