
लेकिन हम पंत के उस महाविनाशक रूप से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जो अब लोग भूल चुके हैं. अभी तक सभी ने ऋषभ पंत के विस्फोटक शतक देखे और कुछ ताबड़तोड़ अर्धशतक. लेकिन हम आपको उस पारी की याद दिलाएंगे जो गेंदबाजों के लिए कयामत से कम नहीं थी.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
2018 में किया था डेब्यू
ऋषभ पंत ने साल 2018 में टीम इंडिया में अपना डेब्यू किया था. तब से अभी तक उन्होंने बल्ले से इतना किया है कि टीम इंडिया में उनकी जगह पक्की नजर आती है. यहां तक की पंत 2022 कार एक्सीडेंट से कमबैक के बाद और भी घातक हो चुके हैं. डेब्यू से पीछे ले चलें तो ये पारी साल 2016 की है जब 2016-17 रणजी सीजन में पंत ने रनों का अंबार लगा दिया था. यह सीजन उनके लिए बेस्ट रहा. इसी में से एक मैच महाराष्ट्र बनाम दिल्ली का था, जहां ऋषभ पंत ने गेंदबाजों को रहम की भीख मांगने पर मजबूर किया था.
मैच में हुआ था रनों का तांडव
दिल्ली बनाम महाराष्ट्र के बीच मुकाबले में रनों की बारिश होती नजर आई थी. पहले बैटिंग करने उतरी महाराष्ट्र की तरफ से कप्तान स्वप्निल गुगले ने 521 गेंद में 351 रन की पारी खेली थी जिसमें 37 चौके और 5 छक्के देखने को मिले. इतना ही नहीं, उनके साथी अंकित बावने ने 500 गेंद में 258 रन ठोके थे. इन पारियों के दम पर महाराष्ट्र की टीम ने स्कोरबोर्ड पर 635 रन टांग दिए थे.
पंत ने यूं दिया जवाब
ऋषभ पंत ने इसका जवाब ट्रिपल सेंचुरी से दिया. दिल्ली की टीम मुश्किल में थी और पंत ने खूंटा गाड़कर गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया. पंत ने टेस्ट को वनडे के अंदाज में खेला और महज 326 गेंद में 308 रन की पारी खेली. इस पारी में 42 चौके और 9 गगनचुंबी छक्के शामिल थे. मुकाबला ड्रॉ रहा. पूरे सीजन में पंत ने 8 मैचों की 12 पारियों में 972 रन ठोके थे. इस दौरान उनके बल्ले से 3 शतक और 4 अर्धशतक भी देखने को मिले. वह दिल्ली के लिए टॉप रन स्कोरर भी रहे. ओवरऑल सीजन में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज साबित हुए.

