मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के कुछ स्थानों पर सोमवार से बुधवार तक हर दिन 21 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 11 से 14 अगस्त तक उप-हिमालयी इलाकों के लिए इस प्रकार की भविष्यवाणी जारी की है।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)


मानसून की बनी है सामान्य चालमानसून का पश्चिमी सिरा औसत समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर चल रहा है। वहीं, पूर्वी सिरा औसत समुद्र तल पर हिमालय की तलहटी के पास स्थित है। मानसून का ट्रफ शनिवार को अस्थायी रूप से अपनी सामान्य स्थिति की ओर बढ़ गई। आईएमडी ने सोमवार को अपने बुलेटिन में कहा है कि उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और उससे सटे तेलंगाना के निचले एवं मध्य भाग में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर बढ़ रहा है।
उत्तर-पश्चिमी मानसून के असर के कारण पश्चिमी यूपी के ऊपर साइक्लोनिक सिस्टम बना हुआ है। उत्तरी पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के निचले और मध्य क्षोभमंडल में एक सिस्टम बना हुआ है। इसे अरब सागर से नमी मिल रही है। साथ ही, 13 अगस्त को उत्तर-पश्चिमी और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके अगले दो दिनों में और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है।
प्रदेश में भारी बारिश की संभावनाआईएमडी ने कहा कि इन सिस्टम के प्रभाव से सोमवार, मंगलवार और बुधवार को उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। 13 से 17 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में और 15 अगस्त तक उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम की चेतावनी के बाद राज्य सरकार ने भी इसके प्रभाव से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे पहले 6 अगस्त को उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के कारण भारी तबाही मची थी। ऐसे में मौसम विभाग की चेतावनी सरकार और प्रशासन गंभीरता से ले रही है।
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