
गदरपुर। स्थानीय राजनीति में एक बार फिर भाजपा का डंका बजा है। भाजपा प्रत्याशी ज्योति ग्रोवर, पत्नी प्रीत ग्रोवर, ने गदरपुर ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव शानदार जीत के साथ अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही क्षेत्र में पार्टी समर्थकों में भारी उत्साह है और कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और मिठाईयों से जीत का जश्न मनाया।।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)

चुनाव में ज्योति ग्रोवर की जीत को जहां संगठन की मजबूती का नतीजा बताया जा रहा है, वहीं इसके पीछे रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा की रणनीति और राजनीतिक कौशल को निर्णायक माना जा रहा है। पूरे चुनाव अभियान के दौरान शिव अरोड़ा ने न सिर्फ सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि अंतिम क्षण तक समीकरण साधते हुए ‘किंग मेकर’ की अपनी पहचान को और मजबूत किया।
स्थानीय राजनीति के जानकार मानते हैं कि शिव अरोड़ा की पकड़ और संगठनात्मक समन्वय ने भाजपा को एक बार फिर से गदरपुर में मजबूत स्थिति दिलाई है। विजय के बाद ज्योति ग्रोवर ने सभी समर्थकों और नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह गदरपुर के विकास के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करेंगी।
रुद्रपुर। उधम सिंह नगर की राजनीति में भाजपा का दबदबा लगातार मजबूत हो रहा है, और इस सफलता की डोर सीधे तौर पर रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा की रणनीतिक सोच और अद्भुत संगठन क्षमता से जुड़ी है। पहले जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो या अब गदरपुर ब्लॉक प्रमुख का – दोनों ही जीतों के पीछे शिव अरोड़ा की ‘किंग मेकर’ की भूमिका खुलकर सामने आई है।
चाणक्य जैसी राजनीतिक दूरदर्शिता के साथ अरोड़ा ने न केवल भाजपा के अंदरूनी समीकरण साधे, बल्कि विपक्ष को भी पूरी तरह मात दे दी। जमीनी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद, सत्ता के गलियारों में सटीक सेटिंग और चुनावी मैदान में आखिरी मिनट तक मोर्चा संभालना – यही अरोड़ा की जीत का मंत्र रहा।
गदरपुर में ज्योति ग्रोवर की जीत ने यह साबित कर दिया कि शिव अरोड़ा केवल विधायक नहीं, बल्कि वह नेता हैं जो पूरी जिले की राजनीति की दिशा बदलने की क्षमता रखते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं में यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि जब अरोड़ा कमान संभालते हैं, तो जीत निश्चित होती है।
इस लगातार जीत के सिलसिले ने शिव अरोड़ा को उधम सिंह नगर की सियासत का असली चाणक्य बना दिया है, और जनता के बीच उनकी छवि और भी बुलंद हो गई है।
इस जीत ने गदरपुर ब्लॉक की राजनीति में भाजपा का पलड़ा और भारी कर दिया है, जबकि विपक्ष को अपने संगठनात्मक ढांचे पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश,त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के नतीजों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जनता का विश्वास, संगठन की ताकत और नेतृत्व की दूरदृष्टि जब एक साथ मिलते हैं, तो परिणाम ऐतिहासिक होते हैं। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में भाजपा अधिकृत जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने 11 में से 10 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है। चमोली में श्री दौलत सिंह बिष्ट, पौड़ी में श्रीमती रचना बुटोला, अल्मोड़ा में श्रीमती हेमा गैड़ा, रुद्रप्रयाग में श्रीमती पूनम कठैत और बागेश्वर में श्रीमती शोभा आर्य की जीत केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि संगठनात्मक क्षमता और जनता के भरोसे की मिसाल है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन विजेताओं को हार्दिक बधाई देते हुए इसे “सतत जनसेवा और मजबूत संगठन का सशक्त प्रमाण” बताया। उनका यह संदेश स्पष्ट करता है कि भाजपा की राजनीति केवल चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचकर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्प रखती है।साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुखों को भी शुभकामनाएं दीं, जिनमें किच्छा ब्लॉक प्रमुख, गदरपुर ब्लॉक प्रमुख, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला और रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा के योगदान को विशेष रूप से सराहा। यह उल्लेखनीय है कि इन नेताओं ने न केवल अपने क्षेत्र में संगठन को मजबूत किया, बल्कि रणनीतिक दृष्टि से चुनावी जीत सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभाईउत्तराखंड के संदर्भ में यह जीत केवल राजनीतिक उपलब्धि नहीं है; यह ग्रामीण नेतृत्व को सशक्त बनाने, विकेन्द्रीकृत शासन को मजबूत करने और विकास की गति को तेज करने का अवसर है। मुख्यमंत्री का यह संदेश आने वाले दिनों में एक रोडमैप की तरह काम करेगा, जिसमें पंचायत स्तर पर पारदर्शी प्रशासन, स्थानीय समस्याओं का त्वरित समाधान और राज्य के समग्र विकास की दिशा में ठोस कदम शामिल होंगे।दरअसल, यह जीत हमें यह भी याद दिलाती है कि लोकतंत्र में जनता का विश्वास सबसे बड़ी पूंजी है — और यह पूंजी केवल चुनावी नारों से नहीं, बल्कि सतत और ईमानदार जनसेवा से अर्जित होती है।


