
सद्भावना दिवस को मनाने का मकसद राष्ट्रीय एकता, शांति, और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है. ये राजीव गांधी के जीवन और उनके कार्यों का मूलमंत्र था.


✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)
40 की उम्र में संभाली थी देश की बागडोर
राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 1984 में अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद मात्र 40 साल की उम्र में देश की बागडोर संभाली थी. साल 1984-1989 तक उनके कार्यकाल में भारत ने शिक्षा, तकनीकी विकास और आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण प्रगति की. उनकी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया, जबकि तकनीकी क्षेत्र में कंप्यूटर क्रांति की नींव रखी. राजीव गांधी ने देश की विविध आबादी के बीच एकता और शांति को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है.
टेलीकम्यूनिकेशन और साइंस में लाए थे क्रांति
राजीव गांधी को आधुनिक भारत का निर्माता माना जाता है. उन्होंने इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी ( IT), टेलीकम्यूनिकेशन और साइंस के फील्ड में रिवॉल्यूशन लाने की दिशा में कदम उठाए. भारत में कंप्यूटर क्रांति और टेलीकॉम नेटवर्क के विस्तार का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है. बोफोर्स घोटाले के आरोपों ने उनकी सरकार की छवि को प्रभावित किया, जिसके कारण साल 1989 के आम चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार
राजीव गांधी अपने सरल और आधुनिक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते थे, जिसने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी. उनकी सरकार ने मतदान की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष की, जिससे युवाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ी. साल 1992 में कांग्रेस द्वारा स्थापित राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार इस दिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने शांति और सद्भावना के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया. सद्भावना दिवस न केवल राजीव गांधी के योगदान को याद करने का अवसर है बल्कि यह देशवासियों को एकजुट होकर शांति और सौहार्द के लिए कार्य करने की प्रेरणा भी देता है. ( इनपुट-IANS)
FAQ
राजीव गांधी का जन्म कब और कहां हुआ था?
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था.
राजीव गांधी ने कौन सी महत्वपूर्ण नीतियां शुरू कीं?
राजीव गांधी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 शुरू की और कंप्यूटर क्रांति और टेलीकॉम नेटवर्क के विस्तार की दिशा में कदम उठाए.
राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार का उद्देश्य क्या है?
यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने शांति और सद्भावना के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और सौहार्द को बढ़ावा देना है.

