बुध और शनि ग्रह, राशि और नक्षत्र गोचर करने के साथ-साथ वक्री और मार्गी भी होते हैं. इसके अलावा कई बार ये ग्रह एक-दूसरे से ऐसी स्थिति में स्थित होते हैं, जिससे शुभ-अशुभ योग बनता है.

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जिस तरह गोचर का राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है, ठीक उसी तरह योग व दृष्टि का भी देश-दुनिया पर असर देखने को मिलता है. द्रिक पंचांग के अनुसार, 17 सितंबर 2025 को देर रात 11 बजकर 15 मिनट से बुध और शनि एक-दूसरे के सामने 180 डिग्री पर आ जाएंगे यानी एक-दूसरे को प्रतियुति दृष्टि से देखेंगे.

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

ज्योतिष शास्त्र में बुध को बृद्धि, त्वचा, व्यापार और विचार का दाता माना जाता है, वहीं शनि को कर्म, न्याय, दुख और पीड़ा का कारक माना गया है. इन दोनों ग्रह की प्रतियुति दृष्टि से कई राशियों को लाभ होने की संभावना है, जिनके बारे में आज हम आपको पंचांग की मदद से बताने जा रहे हैं.

मिथुन राशि

बुध-शनि की प्रतियुति दृष्टि से मिथुन राशिवालों को लाभ होने की संभावना है. छोटे-से-छोटे काम में सफलता मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. कामकाजी लोगों को वित्तीय परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा, बल्कि हर जगह से मुनाफा होगा. वहीं, जो लोग शादीशुदा हैं, उनकी मैरिड लाइफ में खुशियां बनी रहेंगी. उम्रदराज जातकों का मानसिक तनाव कम होगा और सेहत में कुछ सुधार देखने को मिलेगा.डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.✨ ग्रह नक्षत्र


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