संपादकीय:नवीन ऊर्जा के साथ भाजपा उत्तराखंड की कार्यकारिणी?कुंदन सिंह परिहार!विधायक शिव अरोड़ा (रुद्रपुर) का बयान!“नई ऊर्जा, नया संकल्प: भाजपा उत्तराखंड की कार्यकारिणी से जनता की उम्मीदें !नई ऊर्जा३ नया संकल्प

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भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखंड ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी. नड्डा जी की सहमति और प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट जी के नेतृत्व में नयी कार्यकारिणी की घोषणा की है। इस कार्यकारिणी का गठन न केवल संगठनात्मक सशक्तिकरण का प्रतीक है बल्कि राज्य की जनता के प्रति पार्टी की नई प्रतिबद्धता का भी परिचायक है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री, कोषाध्यक्ष, मीडिया संयोजक से लेकर विभिन्न मोर्चों के अध्यक्षों तक—हर पद पर ऐसे लोगों को जिम्मेदारी दी गई है, जो संगठनात्मक कार्यों में वर्षों से सक्रिय और प्रतिबद्ध रहे हैं। नवनियुक्त पदाधिकारी निश्चित रूप से अपनी ऊर्जा, निष्ठा और सामाजिक जुड़ाव से संगठन को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।

2017 से लेकर अब तक उत्तराखंड की राजनीति में भाजपा ने संगठन और सरकार, दोनों स्तरों पर जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य विकास की गति पकड़ रहा है और नई कार्यकारिणी इस गति को और बल देने का कार्य करेगी।

प्रदेश कार्यकारिणी में संतुलन, अनुभव और युवा नेतृत्व का मिश्रण दिखाई देता है। यह भाजपा के उस सिद्धांत की झलक है जिसमें संगठन और कार्यकर्ता ही सर्वोपरि हैं।


कुंदन सिंह परिहार (प्रदेश महामंत्री) का बयान

“मुझे प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपकर संगठन ने जो विश्वास प्रकट किया है, उसके लिए मैं माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष और सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करता हूँ। उत्तराखंड की जनता ने हमेशा भाजपा पर भरोसा किया है। हमारी प्राथमिकता संगठन को बूथ स्तर तक और मज़बूत करना तथा राज्य के विकास के संकल्प को साकार करना होगी। मैं प्रदेश के हर कार्यकर्ता को भरोसा दिलाता हूँ कि हम सब मिलकर उत्तराखंड को ‘मॉडल राज्य’ बनाने के संकल्प को पूरा करेंगे।”


विधायक शिव अरोड़ा (रुद्रपुर) का बयान

“भाजपा उत्तराखंड की नई कार्यकारिणी का गठन कार्यकर्ताओं और जनता दोनों के लिए उत्साह का विषय है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में राज्य विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस कार्यकारिणी में अनुभव और युवा जोश का जो संगम हुआ है, वह आने वाले समय में संगठन को और मजबूत करेगा। मैं रुद्रपुर की जनता की ओर से सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई देता हूँ और विश्वास व्यक्त करता हूँ कि भाजपा उत्तराखंड संगठन और सेवा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।”




“नई ऊर्जा, नया संकल्प: भाजपा उत्तराखंड की कार्यकारिणी से जनता की उम्मीदें”भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखंड ने 14 सितंबर 2025 को अपनी नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी. नड्डा जी के मार्गदर्शन और प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट जी के नेतृत्व में गठित यह कार्यकारिणी केवल पदों की घोषणा नहीं, बल्कि संगठनात्मक दृष्टि से एक नए अध्याय का शुभारंभ है।

प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री, कोषाध्यक्ष, मीडिया संयोजक से लेकर विभिन्न मोर्चों के अध्यक्षों तक—हर पद पर ऐसे नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है, जिनके पास संगठनात्मक अनुभव भी है और समाज से जुड़ाव भी। यह संतुलित टीम भाजपा के उस सिद्धांत को दर्शाती है जिसमें संगठन सर्वोपरि है और कार्यकर्ता ही शक्ति का आधार।


2017 से अब तक भाजपा का सफर?उत्तराखंड की जनता ने 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत देकर सत्ता सौंपी थी। उस जनादेश ने यह स्पष्ट कर दिया था कि जनता कांग्रेस की अस्थिर राजनीति से ऊब चुकी थी और विकास की राह पर राज्य को देखना चाहती थी।

2017 के बाद भाजपा सरकार ने कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को जमीन पर उतारा—

  • ऑल वेदर रोड परियोजना और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना ने कनेक्टिविटी का नया आयाम दिया।
  • चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए लगातार काम हुआ।
  • सेवा ही संगठन अभियान के तहत कोविड काल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर-घर तक मदद पहुँचाई।
  • धामी सरकार के कार्यकाल में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) जैसा ऐतिहासिक कदम उठाया गया, जिसने उत्तराखंड को राष्ट्रीय विमर्श के केंद्र में ला खड़ा किया।

हालाँकि चुनौतियाँ भी रहीं। बेरोजगारी, पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और शिक्षा की गुणवत्ता जैसे मुद्दे अब भी जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप हल नहीं हो पाए हैं।


नई कार्यकारिणी से उम्मीदें?भाजपा उत्तराखंड की नई कार्यकारिणी में जो चेहरे सामने आए हैं, वे पार्टी की दीर्घकालीन रणनीति को दर्शाते हैं। इसमें एक तरफ वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को स्थान दिया गया है तो दूसरी तरफ युवा और नए चेहरों को भी अवसर दिया गया है।

  • प्रदेश महामंत्री के रूप में श्रीमती दीप्ति रावत, श्री कुंदन परिहार और श्री तरुण बंसल को जिम्मेदारी दी गई है।
  • उपाध्यक्ष पद पर अनिल गोयल, राजेंद्र सिंह बिष्ट, श्रीपाल राणा, आशा नौटियाल, स्वामी यतिश्वरानंद, शैलेन्द्र सिंह बिष्ट, राकेश गिरी और डॉ. स्वराज विद्वान को जगह दी गई है।
  • महिला मोर्चा, किसान मोर्चा, अनुसूचित जाति/जनजाति मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्षों की घोषणा संगठन को सामाजिक संतुलन प्रदान करती है।

इससे साफ है कि भाजपा आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत करना चाहती है।


संगठन और जनता के बीच सेतु?भाजपा का सबसे बड़ा बल उसका संगठन है। यही कारण है कि बूथ स्तर का कार्यकर्ता भी पार्टी के निर्णयों में सम्मानित महसूस करता है। नई कार्यकारिणी की जिम्मेदारी केवल राजनीतिक रणनीति तक सीमित नहीं होगी, बल्कि उसे जनता के मुद्दों को पार्टी और सरकार तक पहुँचाने का काम भी करना होगा।

इस टीम से जनता को अपेक्षा है कि वह—

  • बेरोजगारी और पलायन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर ठोस पहल करेगी।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को प्राथमिकता देगी।
  • पर्यटन, उद्योग और कृषि क्षेत्र में नए अवसर पैदा करने की दिशा में सरकार को मार्गदर्शन देगी।



भाजपा उत्तराखंड की नई कार्यकारिणी राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा का संचार करती है। 2017 से लेकर अब तक भाजपा ने कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, लेकिन चुनौतियाँ अब भी बड़ी हैं। यही कारण है कि जनता को इस नई टीम से उम्मीदें हैं कि वह मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।

यह कार्यकारिणी केवल संगठनात्मक ढाँचे का हिस्सा नहीं, बल्कि उत्तराखंड के भविष्य की दिशा तय करने वाली टीम है। आने वाले समय में इसके कार्यों से ही तय होगा कि भाजपा अपनी “सेवा, संगठन और समर्पण” की परंपरा को किस तरह आगे बढ़ाती है।



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