दशहरा उत्सव के मद्देनजर बरेली मंडल के चार जिलों में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं और संवेदनशील इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है. साथ ही ड्रोन के जरिये निगरानी की जा रही है.

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अधिकारियों ने जानकारी दी है कि गुरुवार 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं. यह पाबंदी शनिवार दोपहर तक जारी रहेगी. इससे पहले भी इंटरनेट 48 घंटे के लिए बंद किया गया था.

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

उधर, बरेली समेत अन्य जिलों में हाई अलर्ट संबंधी कदम पिछली 26 सितंबर को बरेली में पुलिस और भीड़ के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद उठाया गया है. गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र की एक मस्जिद के बाहर दो हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज में कुछ पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गये थे. यह हिंसा इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां द्वारा ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द किये जाने के बाद शुरू हुई.

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इन जिलों में हाईअलर्ट

मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी ने बताया कि बरेली में हाल में हुई हिंसा के बाद आज दशहरे के त्यौहार के मद्देनजर बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है.

पुलिस अधिकारियों को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों रामलीला, दुर्गा पूजा मेलों और रावण दहन कार्यक्रमों के दौरान सतर्क रहने के विशेष निर्देश दिए गए हैं. विजयादशमी और उससे जुड़े त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहा है.

चौधरी ने अधिकारियों को शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए और कर्तव्य में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.

उन्होंने कहा, ”सभी जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करें. किसी भी तरह की चूक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.” अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”संवेदनशील स्थानों पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये जा रहे हैं. हम पूरी तरह से पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि बरेली में हुई घटना जैसी कोई वारदात पड़ोसी जिलों में ना हो. निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किये गये हैं.”

बरेली में पिछली 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बरेली में हिंसा के आरोप में 81 लोग गिरफ्तार

बरेली में 26 सितंबर को हिंसा हुई थी। इस मामले में 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 4 अक्टूबर तक शहर में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बरेली प्रशासन ने अगले 48 घंटों के लिए पूरी तरह इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया है। 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक, पूरे शहर में मोबाइल इंटरनेट, डेटा और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद रहेंगी।

सांसद इमरान मसूद हुए नजरबंद

कांग्रेस नेता और सहारनपुर सांसद इमरान मसूद अपने सहयोगी शाहनवाज खान के साथ बरेली जाने वाले थे। उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। मसूद ने कहा कि वह बरेली जाकर एक मीटिंग करने वाले थे। इसके बाद लौटने का प्लान था, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से निकलने तक नहीं दिया। अमरोहा के पूर्व सांसद दानिश अली ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर उन्हें जबरन नजरबंद कर दिया गया है। वह बरेली जा रहे थे।

बरेली में तनावपूर्ण स्थिति, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

बरेली में संदिग्ध दंगाइयों और समर्थकों पर कार्रवाई जारी है। पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। बुधवार को हिंसा में शामिल दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इससे गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 81 हो गई। पुलिस ने बताया कि बरेली के सीबीगंज इलाके में हुई मुठभेड़ में इदरीस और इकबाल गोली लगने से घायल हो गए। फिलहाल उनका पुलिस हिरासत में इलाज चल रहा है।

SSP अनुराग आर्य ने बताया कि इदरीस के खिलाफ चोरी, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट सहित 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इकबाल पर भी इसी तरह के आरोपों में लगभग 17 मामले दर्ज हैं। दोनों नदीम खान के संपर्क में थे। वह इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलवी तौकीर रजा खान का सहयोगी है। तौकीर रजा “आई लव मुहम्मद” विरोध प्रदर्शन का मास्टरमाइंड है। वह पहले से ही जेल में है।

क्या है ‘आई लव मुहम्मद’ विवाद?

26 सितंबर को शुक्रवार की नमाज के बाद बरेली के कोतवाली क्षेत्र में एक मस्जिद के बाहर 2 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद पथराव हुआ, जिससे पुलिसकर्मी घायल हो गए। यह हिंसा ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद पर तौकीर रजा खान द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द करने से शुरू हुई। पुलिस ने अब तक 180 नामजद और 2,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ 10 एफआईआर दर्ज की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।


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