18 सितंबर से 12 दिन में नौ हजार 636 वाहन चालकों के चालान किए जा चुके हैं. दिलचस्प बात यह है कि इन चालान में 75 प्रतिशत चालान हेलमेट न पहनने वाले दुपहिया चालकों के हुए हैं. चालान के तत्काल बाद वाहन मालिक के मोबाइल पर उसका मैसेज भी जारी कर दिया जाता है.
संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह के अनुसार एनपीआर कैमरों लगातार बड़ी संख्या में यातायात नियमों के उल्लंघन के मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं. सितंबर में ही नौ हजार से ज्यादा चालान हो चुके हैं. जबकि इस महीने चार अक्टूबर तीन हजार से ज्याना चालान हुए हैं.
हर शिक्षक देगा नए शोध का आइडिया
राज्य के विश्वविद्यालय कैंपस और डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को पढ़ाई कराने के साथ-साथ अपने-अपने विषय में शोध कार्यों पर भी फोकस करना होगा. सीएम उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के तहत शिक्षकों को अपने शोध आइडिया को समर्थ पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा. प्रदेशभर से चुने जाने वाले सर्वश्रेष्ठ शोध आइडिया को साकार करने के लिए 15 से 18 लाख रुपये तक आर्थिक सहायता देगी.
शोध प्रस्ताव को समर्थ पोर्टल पर दर्ज कराने के लिए एक नवंबर से 15 दिसंबर का वक्त तय किया गया है. सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगोली ने बताया कि योजना के तहत आर्थिक सहायता भी दी जाएगी. राज्य के विकास और आम जन के जीवन को सरल और समृद्ध बनाने वाले शोध कार्यों को प्राथमिकता मिलेगी.
आप वाहन चलाते वक्त यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो जरा अपने मोबाइल के मैसेज को भी लगातार चेक करते रहें. प्रदेश में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनेशन कैमरा (एनपीआर) कैमरा चौबीस घंटे वाहन चालकों पर नजर बनाए हुए है.