
दिवाली के शुभ मुहूर्तों की जानकारी रखना हर भक्त के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है ताकि वह सही समय पर पूजा-अर्चना कर सकें. इस लेख में दिवाली के पंचांग से लेकर लक्ष्मी पूजन, काली पूजा, शारदा पूजा और चौघड़िया मुहूर्त की पूरी जानकारी दी गई है.

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
दिवाली पर्व की शुरुआत अमावस्या तिथि से होती है, जो समृद्धि, सुख-शांति और परिवार में सौहार्द्र का संदेश लेकर आती है. पूजा के शुभ मुहूर्त, राहुकाल और अभिजीत काल जैसे समय की जानकारी से आप अपने कार्यों को सही समय पर संपन्न कर सकते हैं. आइए जानते हैं दिवाली के दिन का विस्तृत पंचांग और शुभ मुहूर्त.
दिवाली 2025 का पंचांग और तिथि
- तिथि: चतुर्दशी 3:44 PM तक, इसके बाद अमावस्या तिथि शुरू
- नक्षत्र: हस्त 8:17 PM तक, फिर चित्रा नक्षत्र
- योग: वैधृति 2:35 AM तक (21 अक्टूबर), विष्कम्भ योग
- सूर्योदय: 6:25 AM
- सूर्यास्त: 5:46 PM
- चंद्रोदय: 6:06 AM (21 अक्टूबर)
- चंद्रास्त: 5:01 AM
दिवाली के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 4:44 AM से 5:34 AM
- प्रातः संध्या: 5:09 AM से 6:25 AM
- अभिजीत मुहूर्त: 11:43 AM से 12:28 PM
- विजय मुहूर्त: 1:59 PM से 2:45 PM
- गोधूलि मुहूर्त: 5:46 PM से 6:12 PM
- सायाह्न संध्या: 5:46 PM से 7:02 PM
- अमृत काल: 1:40 PM से 3:26 PM
- निशिता मुहूर्त: 11:41 PM से 12:31 AM (21 अक्टूबर)
राहुकाल और परहेज का समय
दिवाली के दिन राहुकाल सुबह 7:50 से 9:15 बजे तक रहेगा. इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए क्योंकि यह काल अशुभ माना जाता है.
दिवाली लक्ष्मी पूजन के शुभ मुहूर्त
- प्रदोष काल: शाम 7:08 PM से 8:18 PM
- निशिता काल: रात 11:41 PM से 12:31 AM (21 अक्टूबर). लक्ष्मी पूजन के लिए यह समय सबसे शुभ माना जाता है, ताकि मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहे.
नरक चतुर्दशी स्नान मुहूर्त
- अभ्यंग स्नान मुहूर्त: 5:13 AM से 6:25 AM
- नरक चतुर्दशी के दिन इस स्नान का विशेष महत्व होता है.
- चोपड़ा पूजा और शारदा पूजा मुहूर्त
- अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): 3:44 PM से 5:46 PM
- सायाह्न मुहूर्त (चर): 5:46 PM से 7:21 PM
- रात्रि मुहूर्त (लाभ): 10:31 PM से 12:06 AM (21 अक्टूबर)
- उषाकाल मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर): 1:41 AM से 6:26 AM (21 अक्टूबर)
- दिवाली काली पूजा मुहूर्त 2025
- निशिता काल: रात 11:41 PM से 12:31 AM (21 अक्टूबर)
- काली पूजा के लिए यह समय सर्वोत्तम माना जाता है.
Disclaimer: ये धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं करता.✧ धार्मिक और अध्यात्मिक


