उत्तराखंड में चर्चित उद्यान घोटाले में सीबीआई ने विभाग के कुछ अधिकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बताया जा रहा सीबीआई की टीम ने उत्तराखंड सहित हिमाचल, चंडीगढ़ में छापे मारे हैं।

गुरुवार शाम तक सीबीआई आधिकारिक गिरफ्तारी दिखा सकती है। अल्मोड़ा निवासी दीपक करगेती, गोपाल उप्रेती व अन्य ने जनहित याचिका दाखिल कर उद्यान विभाग में घोटाले का आरोप लगाया था। […]

जमीन की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी के एक मामले में दो अभियुक्तों के नाम हटाने के लिए 50 हजार रिश्वत लेते प्रेमनगर थाने के दरोगा रामौतार को गिरफ्तार कर लिया गया। विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक रामौतार ने कुल पांच लाख रुपये मांगे थे।

इसी रकम की पहली किस्त लेते समय उसे रंगेहाथ पकड़ा गया। किला थाने की मिर्धान गली निवासी हरीश अग्रवाल की तरफ से फर्जी कागजों के जरिये जमीन का इकरारनामा करने […]

कैंची धाम मंदिर के स्थापना के पीछे रोचक कथाशिप्रा नदी पर स्थित मंदिर के स्थापना के पीछे रोचक कथा है। महाराज के मन में उठी मौज ही उनका संकल्प बन जाती थी। ऐसी ही मौज में बाबा ने कैंची धाम की स्थापना की थी। बुजुर्ग बताते हैं कि वर्ष 1942 में कैची निवासी पूर्णानंद तिवारी सवारी के अभाव में नैनीताल से गेठिया होते हुए पैदल ही कैंची की ओर लौट रहे थे। तभी एक स्थूलकाय व्यक्ति कंबल लपेटे हुए नजर आया तो तिवारी जी डर एक्स गए। उस व्यक्ति ने तिवारी जी को उनका नाम लेकर पुकारा और इस समय उनके वहां पहुंचने का कारण भी बता दिया। यह कोई और नहीं बल्कि स्वयं बाबा नीब करौरी महाराज थे। बाबा ने तिवारी से निडर होकर आगे जाने को कहा। तब तिवारी ने बाबा से पूछा कि अब कब उनके दर्शन होंगे तब बाबा ने कहा था 20 साल बाद। यह कहकर बाबा ओझल हो गए।बाबा नीब करौरी का कैंची धाम भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। 15 जून को कैंची धाम का 60वां प्रतिष्ठा दिवस मनाया जाएगा।15 जून को नैनीताल के पास विश्व प्रसिद्ध नीम करोली महाराज के कैंची धाम में प्रसिद्ध भोज का आयोजन किया जाएगा. इस दिन दो लाख से ज्यादा लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं. इस दिन भक्तों और आने वाले वाहनों की संख्या इतनी ज्यादा होती है कि जिला प्रशासन को इसके लिए खास इंतजाम करने पड़ते हैं. मान्यता है कि भोजन करने वालों की संख्या ज्यादा होने पर भी कभी भोजन की कमी नहीं होती, क्योंकि इस दिन नीम करोली बाबा खुद इस भोज का ध्यान रखते हैं और किसी चीज की कमी नहीं होने देते.कैंची में बाबा नीब करौरी आश्रम की स्थापना के बाद से ही वहां हर साल 15 जून को स्थापना दिवस कार्यक्रम होता है। समय बीतने के साथ साथ स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम ने कैंची मेले का रूप ले लिया और साल दर साल यह भव्य होता गया। मान्यता है कि बाबा नीब करौरी को हनुमान की उपासना से अनेक चामत्कारिक सिद्धियां प्राप्त थीं। लोग उन्हें हनुमान का अवतार भी मानते हैं। एक आम आदमी की तरह जीवन जीने वाले बाबा अपने पैर किसी को नहीं छूने देते थे। यदि कोई छूने की कोशिश करता तो वह उसे हनुमान जी के पैर छूने को कहते थे। इन दिनों हर रोज दस से पंद्रह हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस साल मंदिर ट्रस्ट ने दो लाख से अधिक लोगों को मालपुआ उपलब्ध कराने के लिए 42 क्विंटल कागज की थैली दिल्ली से मंगाई है। प्रसाद के साथ मिलने वाली सब्जी कागज से बनाए गए गिलास में उपलब्ध कराई जाएगी। विशेष रूप से बनाए गए चार लाख गिलास मंदिर में पहुंच गए है। पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कागज से निर्मित सामग्री उपयोग में लाई जाएगी। प्रसाद यानी मालपुआ बनाने का काम 12 जून से पूजा पाठ के साथ शुरू हो गया है, जो मेला समाप्त होने तक चलेगा। कैंची के ग्राम प्रधान और मंदिर ट्रस्ट से जुड़े पंकज निगल्टिया ने बताया कि इस बार दो लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।देश और दुनिया के लिए बाबा नीब करौरी का कैंची धाम भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। देशभर में बनाए गए अपने 11 धामों में कैंची को बाबा ने अपने विशेष लगाव के चलते मनसा सिद्धि यानी जो मांगा वो मिला का दर्जा दिया था। कैंची के अलावा नैनीताल जिले में भूमियाधार, काकड़ीघाट, हनुमानगढ़ और देश में वृंदावन, ऋषिकेश, लखनऊ, शिमला, फर्रुखाबाद में खिमासेपुर, दिल्ली समेत अन्य स्थानों में धाम हैं। कैंची धाम से बाबा का विशेष लगाव रहा।बाबा को बहुत प्रिय था कैंची धामबाबा नीब करौरी को कैंची धाम बहुत प्रिय था। अक्सर गर्मियों में वे यहीं आकर रहते थे। बाबा के भक्तों ने इस स्थान पर हनुमान का भव्य मंदिर बनवाया। उस मंदिर में हनुमान की मूर्ति के साथ-साथ अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं। यहां बाबा नीब करौरी की भी एक भव्य मूर्ति स्थापित की गयी है। बाबा नीब करौरी महाराज के देश-दुनिया में 108 आश्रम हैं। इन आश्रमों में सबसे बड़ा कैंची धाम तथा अमेरिका के न्यू मैक्सिको सिटी स्थित टाउस आश्रम है। हनुमान चालीसा पाठ करते हुए बनने शुरू हुए मालपुए का प्रसादजितना महत्व हर वर्ष 15 जून को कैंची धाम स्थापना दिवस का है, उतना ही महत्व यहां मिलने वाला मालपुए के प्रसाद का भी है। मालपुआ का प्रसाद बनाने के कड़े नियम हैं। मालपुएं बनाने का काम आज (12 जून) से बनने शुरू हुए। शुद्ध देशी घी से बने मालपुए बनाने में वही श्रद्धालु भाग ले सकता है जो व्रत पर हो और धोती, कुर्ता धारण कर उस अवधि में लगातार हनुमान चालीसा का  पाठ कर रहा हो।

बाबा नीब करौरी का कैंची धाम भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। 15 जून को कैंची धाम का 60वां प्रतिष्ठा दिवस मनाया जाएगा। हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल […]

दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, लेकिन चुनाव प्रक्रिया को लेकर विवाद अभी भी जारी है.2019 के लोकसभा चुनाव में मैंने सबसे पहले क्विंट के लिए अपनी रिपोर्ट में ईवीएम में डाले गए वोटों और ईवीएम में गिने गए वोटों के डेटा में पाई गई विसंगतियों के बारे में बताया था.पांच साल बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा 2019 में दायर याचिका के आधार पर इस मामले की सुनवाई 2024 में सुप्रीम कोर्ट में भी हुई.सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग (ईसी) ने 2019 के चुनावों के दौरान कई संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में पाई गई विसंगतियों के सभी दावों को खारिज करते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं और मीडिया ने चुनाव आयोग के ऐप पर प्रकाशित मतदान की अनुमानित संख्या के आंकड़ों पर विचार किया था, और यही कारण है कि उनका डेटा गिने गए वोटों की वास्तविक संख्या से मेल नहीं खाता था.2024 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों में लगभग सभी संसदीय क्षेत्रों में विसंगतियां देखने को मिलती हैं. 543 संसदीय क्षेत्रों से प्राप्त चुनाव आयोग के डेटा पर बारीकी से नज़र डालने पर पता चलता है कि दमन और दीव, लक्षद्वीप और केरल के अतिंगल जैसे कुछ संसदीय क्षेत्रों को छोड़ दें तो गिने गए ईवीएम वोटों की संख्या ईवीएम में डाले गए वोटों की संख्या से अलग है.140 से ज़्यादा लोकसभा क्षेत्रों में ईवीएम में गिने गए मतों की संख्या ईवीएम में डाले गए मतों की संख्या से अधिक थी. अंतर 2 वोट से लेकर 3,811 वोट के बीच था.

ऐसे भी मामले हैं जहां मतदान किए गए मतों की तुलना में कम मतों की गिनती की गई. उन लोकसभा क्षेत्रों में जहां गिने गए ईवीएम मतों की संख्या डाले […]

जैसे-जैसे पुलिस साइबर ठगों के मंसूबों पर पानी फेरती है, वेसे-वैसे साइबर फ्रॉड ठगी के नए-नए तरीका भी इजात करते हैं…. ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है केदारनाथ धाम में चल रही हेली सेवाओं में.

हालात ये तो गए हैं कि राज्‍य की एसटीएफ के पास कई थानों से अलग अलग कंप्‍लेंट पहुंच रही हैं. आखिर क्या है मामला जानते हैं. देखिये ये स्पेशल रिपोर्ट […]

ऊत्तरकाशी, 12 जून (भाषा) उत्तराखंड में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के समीप एक बस के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने से तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गयी और 26 अन्य घायल हो गए।पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि तीनों मृतक महिलाएं हैं ।

पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि तीनों मृतक महिलाएं हैं । हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड […]

दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, लेकिन चुनाव प्रक्रिया को लेकर विवाद अभी भी जारी है.2019 के लोकसभा चुनाव में मैंने सबसे पहले क्विंट के लिए अपनी रिपोर्ट में ईवीएम में डाले गए वोटों और ईवीएम में गिने गए वोटों के डेटा में पाई गई विसंगतियों के बारे में बताया था.

पांच साल बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा 2019 में दायर याचिका के आधार पर इस मामले की सुनवाई 2024 में सुप्रीम कोर्ट में भी हुई. सुनवाई के दौरान चुनाव […]

रुद्रपुर:सावधान !! कहीं फर्जीवाड़े का शिकार तो नहीं हो रहे आप,गांव-देहात में आलीशान घर का सपना दिखाकर कहीं लूट न ले बिल्डर आपके खून पसीने की कमाई*तराई में जमीनों के रेट में आए उछाल के बाद इन दोनों बाहरी राज्यों से आए कुछ बिल्डर रुद्रपुर जिला मुख्यालय के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों एकड़ भूमि पर कॉलोनी विकसित कर लोगों को उनके सपनों का आशियाना देने का दंभ भर रहे हैं…खास तौर पर राष्ट्रीय राजमार्ग से लगी हुई दर्जनों एकड़ भूमि पर ऐसे कई हाउसिंग प्रोजेक्ट बाहरी बिल्डरों के द्वारा विकसित किए जा रहे हैं,जिनमें से कुछ प्रोजेक्ट तो आज एक से डेढ़ दशक बाद भी पूरे नहीं हो पाए हैं…बावजूद इसके इन दिनों अब कुछ नए बिल्डर तराई में आकर और पांच सितारा होटल में बैठकर लोगों को गांव-देहात में नोएडा की तर्ज पर आलीशान आवासीय परियोजना कॉलोनी विकसित कर प्रस्तावित कॉलोनी में लोगों को उनके सपनों का घर काफी किफायती दामों पर देने का दावा बड़े-बड़े विज्ञापनों के माध्यम से कर रहे हैं…दरअसल गांव-देहात में सस्ती जमीन लेकर एक सिंडिकेट की तर्ज पर अब बिल्डर नए तरीके से काम कर रहे हैं,जिसके तहत बिल्डरों के द्वारा किए जाने वाले ऐसे काम में जमीन किसी और की पैसा किसी और का और कॉलोनी विकसित करने का काम किसी और का होता है….

इसके अलावा विकसित किए गए प्रोजेक्ट में शेयर के हिसाब से सबकी अपनी-अपनी हिस्सेदारी तय हो जाती है पर जब बात कानूनी दांव-पेंच पर फंस जाती है तो प्रत्येक हिस्सेदारी […]

किच्छा:- नरेंद्र मोदी द्वारा तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेने व सांसद अजय भट्ट के एतिहासिक जीत एवं सांसद अजय टमटा को भारत सरकार में मंत्री बनने की खुशी में वार्ड 6 में भाजपाइयों ने जश्न मनाते हुए मिठाई बांटी। कार्यकर्ताओं ने तीसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी व उनकी कैबिनेट की शपथ लेने पर खुशी का इजहार किया।आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि यह जनता के विश्वास की जीत है, आजाद भारत में पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई गैर कांग्रेसी प्रधानमन्त्री तीसरी बाद प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहा है। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि लोकसभा चुनाव में एनडीए की यह ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीतियों पर जनता जनार्दन के अटल विश्वास की जीत है, विकसित भारत का हमारा ध्येय लगातार तीसरे कार्यकाल में नए आयाम प्राप्त करेगा। सेवा, सुशासन और विकास का संकल्प लेकर अंत्योदय का हमारा प्रण देश के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सशक्त करने के साथ ही उनके आत्मविश्वास को नए पंख देगा। भारत की राजनीति अब नए युग में प्रवेश कर रही है, जहां देश की जनता ने जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण को नकार कर विकासवाद और राष्ट्रवाद को चुना है। यह विजय भारत के जन-जन की विजय व पुनर्जागरण की विजय है। 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार वापस आई है,कहा कि चाहे चुनाव की बेला हो, देश का नेतृत्व करने की बात हो और देश की को समस्याओं से निकालने की बात हो- मोदी जी ने हमेशा देश और देश की जनता को आगे बढ़ने का काम किया है।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि विपक्ष द्वारा पूरे चुनाव यह भ्रम फैलाया गया […]

आज से 600 वर्ष पूर्व ना तो कोई साल 2024 के बारे में जान सकता था ना ही इस दौर के शासक के बारे में ना ही देश में हो रही गतिविधियों के बारे में जान सकता था. आज भी इस देश में संत ऋषि मुनियों की तपस्या, उनकी योग शक्ति की चर्चाएं होती है.

ऐसे ही आज से 600 वर्ष पूर्व ओडिशा में एक महान संत रहे संत अचत्यानंद दास जी थे. जिनमें भूत, वर्तमान भविष्य देखने की असीम शक्तियां थीं. जिससे उन्होंने भविष्य […]