हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स ,अवतार सिंह बिष्ट ,रूद्रपुर उत्तराखंड, 10% क्षैतिज आरक्षण एवं चिंहितकरण के संदर्भ में 20 दिसंबर 2023 को राज्य आंदोलनकारी सड़क से लेकर सदन तक, अपनी मांगों को अति शीघ्र सरकार से मनवाने के लिए , धरना प्रदर्शन एवं तहसील स्तर पर ज्ञापन प्रस्तुत करने जा रहे हैं। राज्य आंदोलनकारी के विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए कमर कस ली है।

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के आह्वान पर 10% क्षैतिज आरक्षण के संबंध में प्रवर समिति के द्वारा अपनी रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष सौंपने के उपरांत, विधानसभा सत्र आहूत न किए जाने […]

उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी में सकारात्मक पहल,

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियो की स्थिति दयनीय स्थिति में है। जब से उत्तराखंड का निर्माण हुआ है तब से कांग्रेस और बीजेपी की सरकार बारी बारी से सत्ता के सिंहासन पर […]

उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियो की स्थिति आज बीपीएल कार्ड की तरह हो गई है। सरकार के द्वारा जो सुविधाएं दी जा रही है। वह सब बीपीएल कार्ड धारकों को भी मिल रही है। एक लंबे संघर्ष के बाद राज्य आंदोलनकारी जिन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में अपना सब कुछ निछावर किया, वास्तविक राज्य आंदोलनकारी आज भी चिन्हितकरण की आस लगाए बैठे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल मैं राज्य आंदोलनकारी का स्तर थोड़ा सा उठा। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिन्होंने खटीमा शहीद स्मारक 1 सितंबर 2021 को जो जो घोषणा की लगभग सभी मांगे या तो मान ली गई या फिर कानूनी दाव पेच में उलझी मांगे लोकसभा चुनाव से पहले धरातल पर आ सकती है। जिसमें 10% क्षैतिज आरक्षण मुख्य है। दूसरी और राजनीतिक पार्टियों ने या फिर राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने कई रिकॉर्ड इन 23 सालों में बनाए, अकूत संपत्ति अर्जित कर, उत्तराखंड राज्य को पलीता लगाने का भी कार्य किया, लेकिन उत्तराखंड की जागरूक जनता अकूत संपत्ति के मालिक बने राजनेताओं की पीछ लग्गू (चमचागिरी) बनकर कर रह गई, उत्तराखंड राज्य की परिक्रमा तभी सार्थक हो सकती है ।जब उत्तराखंड राज्य के लिए अपनी शहादत देने वाले राज्य आंदोलनकारी के परिवारों को सरकार अपने प्रयासों से उनके परिवारों के जीवन स्तर में सुधार करें । उन्हें हर वह सुविधा माहिया कराई जाए जो शहीद के परिवारों को मिलनी चाहिए। 9नवंबर 2000 को नए राज्य का गठन हुआ, तब से अब तक का राज्य में राजनीतिक सफर भारी उथल-पुथल भरा रहा। हालांकि यहां केवल भाजपा और कांग्रेस की ही सरकारें रही हैं, वह भी बारी-बारी से। केवल 2022 के चुनावों में मिथक टूटा, सत्ताधारी दल भाजपा बहुमत से चुनाव जीती और सत्ता में लगातार बनी रही।

बात चाहे भाजपा की हो या कांग्रेस की, दोनों ही कुमाऊं और गढ़वाल के बीच संतुलन साधने की कोशिश में रहते हैं। इसके बावजूद सत्ता और सियासत में कुमाऊं का […]

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शहीद राज्य आन्दोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्टूबर 1994 को उत्तराखण्ड के अलग राज्य की प्राप्ति के लिए आन्दोलन कर रहे हमारे नौजवानों और माता-बहनों के साथ क्रूरता पूर्वक बर्ताव किया गया। अनेक आन्दोलनकारियों की इसमें शहादत हुई। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर आयोजित श्रद्धांजलि हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स ,अवतार सिंह बिष्ट ,अध्यक्ष- उत्तराखंड राज्य निर्माण […]

मुजफ्फरनगर कांड के हत्यारे को फांसी दो, उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहिद अमर रहे।। उपरोक्त नारो से रुद्रपुर गांधी पार्क गुंजायमान ,, 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर उत्तराखंड राज्य निर्माणआंदोलनकारी परिषद के अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट, अनिल जोशी हरीश जोशी कांतिभागुमो, पार्षद मोहनखेड़ा पार्षद राजेश कुमार सीपी शर्मा दीपक कुमार अरोड़ा भूपेश सोनी आदि की उपस्थिति में मुजफ्फरनगर कांड कि निंदा की गई सभी ने अपने संबोधन में राज्य आंदोलनकारी के प्रति सहानुभूति व्यक्ति की और सहिद राज्य आंदोलनकारी को नमन किया। अपने संबोधन में वरिष्ठ समाजसेवी कांग्रेसीनेता रुद्रपुर नगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने क्या कहा आप भी सुनिए।

सीपी शर्मा ने अपने संबोधन में क्या कहा आप भी सुनिए,उत्तराखंड राज्य मिला पर राज्य बनने के 23 साल बाद भी शहीदों और आंदोलनकारियों के सपने अधूरे हैं। राज्य आंदोलनकारी बताते […]