क्या यह हत्या सामान्य क्राइम है या सामुदायिक आतंक का ट्रेलर? संपादकीय: रोहित नेगी हत्याकांड – क्या अब भी उत्तराखंड शांत राज्य कहलाने लायक बचा है? लेखक: अवतार सिंह बिष्ट, विशेष संवाददाता, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स

देहरादून के डीबीआईटी कॉलेज चौक पर हुई छात्र रोहित नेगी की निर्मम गोलीकांड हत्या न केवल एक युवा की जान का अंत है, बल्कि उत्तराखंड की उस शांति और सौहार्द्र […]

फोटोकॉपी पत्रकार – लोकतंत्र के नकली चौथे स्तंभ” (रूद्रपुर की पत्रकारिता पर एक करारा व्यंग्य)

उत्तराखंड कभी प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता था। लेकिन आज रूद्रपुर की धरती पर पत्रकारिता की एक नई जात उभर आई है – फोटोकॉपी पत्रकार। ये न […]

बेवफा सनम: प्यार, धोखा और रिश्तों की रियलिटी शो! टीवी सीरियल्स की नक़ल में समाज: इमोसनल ड्रामे से क्राइम तक

बेवफा सनम: प्यार, धोखा और रिश्तों की रियलिटी शो एक दौर था जब प्रेमी गंगा के घाट पर मिलते थे, मंदिर में मनौती मानते थे, और कवि दिल से शायरी […]

भोजन में स्वाद का चटकारा देने वाला आलू जब पुलिस का रोल अदा करने लगे तो सोचने में भी बेहद अजीब लगेगा लेकिन ऐसा हुआ है. जैसे पुलिस कई बार वारदात होने से पहले ही मामले का खुलासा कर सबको चौंका देती है, ठीक ऐसे ही आलू से भरे ट्रैक्टर ने करोड़ों रुपए की वारदात को टाल दिया.

वारदात भी कोई ऐसी-वैसी नहीं बल्कि 2 बैंक और एक ज्वैलरी शोरूम में डकैती की थी. अब बिना देर किए आपको बताते है की यह सब कैसे मुमकिन हुआ. शैल […]

उत्तराखंड में नियुक्तियों का इतिहास—‘बाबा की बपौती’ की तर्ज पर!पीके कौन? मिश्रा कौन? और उत्तराखंड में नियुक्तियों का माज़रा!कुमाऊं विश्वविद्यालय की ‘शिक्षा नीति’—जो न नीति है, न शिक्षा!उत्तराखंड प्रशासन में चयन का नया पैमाना: टोटका, तुक्का और तिकड़म’

उत्तराखंड राज्य को बने दो दशक से ज्यादा हो चुके हैं, मगर सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही अब भी ‘भावी परियोजनाओं’ की सूची में कहीं दबी हुई है। कुमाऊं […]

रुद्रपुर,उत्तराखंड के हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। धामी सरकार की कैबिनेट ने हल्द्वानी के गौलापार के आस-पास की भूमि खरीदने-बेचने पर रोक लगा दी है।

जिससे हाईकोर्ट को शिफ्ट करने की प्रक्रिया में तेजी से कदम बढ़ाने की ओर कदम माना जा रहा है। नैनीताल शहर की भौगोलिक परिस्थितियां अनुकूल न होने और शहर पर […]