
सेना और सरकार में तनातनी के बीच पाकिस्तान में बुधवार आधी रात को बड़ा ऐलान हुआ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की जिम्मेदारी सौंपी गई.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पाकिस्तान से ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर देश से भाग गए हैं. सोशल मीडिया पर जनरल मुनीर को लेकर अफवाहें जोरों पर हैं. इसमें कहा गया है कि पाक सेना प्रमुख लापता हैं. सवाल उठे हैं कि पाकिस्तान सेनाध्यक्ष अपने परिवार समेत देश से निकल गए हैं या रावलपिंडी सैन्य मुख्यालय के किसी बंकर में छिपे हैं, वो सामने क्यों नहीं आ रहे हैं. हैशटैग #MunirOut ट्रेंड कर रहा है.
पाकिस्तान में तख्तापलट की ऐसी आशंकाएं नई नहीं हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बड़े भाई नवाज शरीफ भी इसका शिकार हो चुके हैं. कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल परवेज मुशर्रफ ने 1999 में नवाज शरीफ को सत्ता से हटाकर सैन्य शासन लागू किया था. फिर वो आठ साल तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति भी रहे. रिपोर्ट में कहा गया है कि शहबाज की हालत नवाज से ज्यादा कमजोर है. पाकिस्तान में महंगाई-बेरोजगारी के साथ बलूचिस्तान में बगावत की उठती आवाजों से सरकार की हालत कमजोर है.
इमरान खान को सत्ता से हटाने के लिए सेना और पाकिस्तान के विपक्षी दल पीपीपी-पीएमएल नवाज साथ आए थे. हालांकि महंगाई-बेरोजगारी के संकट से जहां शहबाज शरीफ बेबस दिखी, वहीं बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लगातार हमलों से पाकिस्तानी सेना की साख भी गिरी है. दोनों पक्षों के बीच अब रिश्ते सहज नहीं रह गए हैं. कश्मीर को गर्दन की नस बताने वाले मुनीर के बयान और उसके एक हफ्ते बाद पहलगाम हमले को जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई फिर सरकार को बेदखल कर कमान अपने हाथ में ले सकती है.
