
मृतकों में उदयपुर के प्रतिष्ठित मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र शुभ मोदी और पुत्री शगुन मोदी, वल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, रोहिड़ा (ईंटाली) निवासी प्रकाश मेनारिया तथा बांसवाड़ा के डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन मासूम बच्चे मिराया, नकुल व प्रद्युत शामिल हैं।


विमान कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्त
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी, लेकिन महज दो मिनट बाद 1:40 बजे विमान एयरपोर्ट परिसर में स्थित दीवार और एयर कस्टम कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भीषण विस्फोट, धुएं और आग के गुबार के बीच पूरा इलाका थर्रा उठा।
पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिका
मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र-पुत्री शुभ और शगुन मोदी एमबीए करने के बाद पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे और लंदन यात्रा पर निकले थे। हादसे की सूचना मिलते ही संजीव मोदी अहमदाबाद रवाना हो गए। उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता स्वयं सहेली नगर स्थित उनके निवास पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थे
वल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, जो वर्तमान में हिरणमगरी क्षेत्र में रह रहे थे, कुछ समय पूर्व ही लंदन से लौटे थे और अब दोबारा कार्य के लिए रवाना हो रहे थे। उन्हें एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थे। उनके साथ ही रोहिड़ा (ईंटाली) के प्रकाश मेनारिया भी यात्रा पर थे, जो लंदन में साथ कुकिंग का कार्य करते थे।
उदयपुर कलेक्टर ने की चारों की पुष्टि
उदयपुर कलेक्टर ने चारों की पुष्टि करते हुए बताया कि दो यात्री शहर क्षेत्र, एक मावली और एक वल्लभनगर क्षेत्र से हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को तत्काल आवश्यक सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
बांसवाड़ा के लिए यह हादसा और भी ज्यादा हृदयविदारक साबित हुआ। यहां के प्रतिष्ठित रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन बच्चों की इस हादसे में मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह पूरा परिवार लंदन शिफ्ट होने के लिए रवाना हुआ था।
हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया
डॉ. प्रतीक के मामा डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने बताया कि प्रतीक के माता-पिता डॉ. जेपी जोशी और उनकी पत्नी उन्हें विदा करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। पर उन्हें क्या मालूम था कि यह विदाई उनकी अंतिम मुलाकात बन जाएगी। हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया।
डॉ. कौमी उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज, उमरड़ा में पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत थीं और लंदन जाने की तैयारी में उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दिया था। डॉ. प्रतीक वर्षों से लंदन में कार्यरत थे और अब अपने पूरे परिवार को साथ ले जाने भारत लौटे थे। इस हादसे के बाद पूरे बांसवाड़ा जिले में मातम पसर गया है।
