उन्होंने आवामी लीग के कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि हमें एकजुट होना होगा और अपने देश को बचाना होगा. इससे कुछ ही दिन पहले शेख हसीना ने अमेरिका में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया था.
शेख हसीना इस वक्त दिल्ली में हैं. अगस्त में देश छोड़ने के बाद से वह दिल्ली में ही रह रही हैं. इस बीच बांग्लादेश में प्रोफेसर यूनुस की अंतरिम सरकार में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हिंसा बढ़ रही है. एक दिन पहले ही ढाका में एक मंदिर को आग के हवाले कर दिया गया.
यूनुस पर खूब किया हमला
अपने वर्चुअल संबोधन में शेख हसीना ने कहा, ‘यह अंधेरा दूर होगा, इस फासीवादी, हत्यारे, षड्यंत्रकारी यूनिस सरकार को बांग्लादेश के लोगों से सबक मिलेगा. वे हमारे देश को नष्ट कर रहे हैं, उन्होंने वहां आतंक मचा रखा है. कृपया सभी एकजुट हों और इस फासीवादी सरकार को हटाएं ताकि बांग्लादेश का भविष्य अच्छा हो सके. अब आप किससे न्याय मांगेंगे? कोई भी आपके घर में घुस सकता है और सब कुछ चुरा सकता है.’
हसीना ने आगे कहा, ‘वे झूठे मामले दर्ज कर रहे हैं और वे उन लोगों को रिहा कर रहे हैं जिन्होंने लोगों की हत्या की है. उन्होंने सांसदों के कमरे और संसद भवन क्यों लूटे हैं. वे देश को लूट रहे हैं. वे आर्थिक व्यवस्था को क्यों नष्ट कर रहे हैं. वे ऐसा क्यों कर रहे हैं, हत्यारे यूनुस और उसके सलाहकारों को इसका जवाब देना होगा.’
बांग्लादेश में फासीवादी सरकार- हसीना
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा, ‘बांग्लादेश में उथल-पुथल चल रही है, वहां फासीवादी सरकार है. अब अप्रवासी बांग्लादेशी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. आपको याद होगा कि इसी दिसंबर महीने में उन्होंने हमारे बुद्धिजीवियों की हत्या की थी. डॉ. यूनिस ने इस बार यह साजिश रची, उन्होंने खुद कहा कि उन्होंने इस आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है. वे इसके मास्टरमाइंड हैं. हम सभी ने उनकी मांगें स्वीकार कर ली हैं.इस आंदोलन के पीछे यूनिस का हाथ था. उन्होंने बंगबंधु भवन को नष्ट कर दिया.’
शेख हसीना ने अपने संबोधन में कहा, ‘उन्होंने खुद स्वीकार किया कि पुलिस ने मेट्रो रेल में आग लगा दी है, यह उनकी योजना में था. उन्होंने जेल से आतंकवादियों को रिहा कर दिया है. उन्होंने संसद पर हमला किया है, उन्होंने सब कुछ नष्ट कर दिया है. उन्होंने 300 पत्रकारों की मान्यता रद्द कर दी है. 100 से अधिक पत्रकार जेल में हैं. सभी के खिलाफ झूठे मामले. मेरे खिलाफ 250 मामले हैं. उन्होंने लोगों को गिरफ्तार किया और वकील नहीं दिया. उन्होंने चिन्मय कृष्ण प्रभु पुजारी को भी गिरफ्तार कर लिया और उनके लिए वकील को केस लड़ने की अनुमति नहीं दी. बांग्लादेश में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है. पूरी तरह से फासीवादी सरकार. सभी अपराधियों को रिहा कर दिया गया है. यूनिस सरकार हत्यारी सरकार है.’