रूस और यूक्रेन के बीच बीते 1000 दिनों से खूनी संघर्ष जारी है. इस जंग में अब तक दोनों देशों से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी इस खूनी जंग का अंत होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.

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ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन द्वारा ब्रिटेन के स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का उपयोग करते हुए रूस में एक बड़ा हमला किया गया, जिसमें 500 उत्तर कोरियाई सैनिकों और एक रूसी जनरल की मौत हो गई. यह हमला 20 नवंबर को हुआ था और यह पहला हमला था जिसमें यूके द्वारा आपूर्ति किए गए स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के अंदर किया गया था. इस हमले के परिणामस्वरूप रूस की सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

500 उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत
यूक्रेन द्वारा किए गए इस हमले में, स्टॉर्म शैडो मिसाइलों ने रूस के कूर्स्क क्षेत्र के एक भूमिगत सैन्य सुविधा और कमांड पोस्ट को निशाना बनाया. यह हमला रूस के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ, क्योंकि इसमें 500 उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत की पुष्टि की गई है, जो कि रूस की ओर से युद्ध में सहायता के लिए भेजे गए थे. इसके अलावा, रूसी जनरल लेफ्टिनेंट जनरल वलेरी सोलोडचुक और 18 रूसी अधिकारियों की भी मौत हुई है. इस हमले के दौरान 18 अन्य अधिकारी घायल भी हुए हैं.

यूक्रेन के लिए बड़ी सफलता
यह हमला यूक्रेन के लिए एक रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का उपयोग रूस के गहरे इलाके में किया गया था. इन मिसाइलों का उद्देश्य रूस के सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचाना और युद्ध के दौरान यूक्रेन की स्थिति को मजबूत करना था. स्टॉर्म शैडो मिसाइलों की सटीकता और ताकत ने इस हमले को सफल बनाया, और यह रूस के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आया.

उत्तर कोरियाई सैनिकों का प्रभाव
रिपोर्टों के अनुसार, 500 उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत का दावा किया गया है, जो रूस की सेना के साथ युद्ध में शामिल थे. अनुमान है कि करीब 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को युद्ध क्षेत्र में भेजा गया है, जिन्हें रूस द्वारा आदेश दिया गया था. इन सैनिकों को किम जोंग उन ने रूस के समर्थन में भेजा था और वे अब युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल हैं. हालांकि, इन आंकड़ों की स्वतंत्र पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन अगर ये सत्य हैं तो यह उत्तर कोरिया और रूस के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है.

पुतिन की प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रतिक्रिया तीव्र रही है. उन्होंने जवाबी कार्रवाई के रूप में नए ओरेश्निक हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिसे उन्होंने पश्चिमी देशों के लिए “अजेय” बताया. पुतिन ने यह भी कहा कि यदि यूक्रेन द्वारा नाटो द्वारा आपूर्ति किए गए मिसाइलों का इस्तेमाल किया जाता है, तो रूस को अपनी तरफ से परमाणु मिसाइलों का इस्तेमाल करने का अधिकार है.


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