

कांग्रेस केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा धाम पहुंची। यहां पूजा-अर्चना और जलाभिषेक के साथ यात्रा का समापन हुआ। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि हमारे मठ-मंदिरों को भाजपा साजिश के तहत अन्यत्र शिफ्ट करना चाहती है, जिसे कांग्रेस पार्टी द्वारा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 12 सितंबर को दूसरे चरण की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा शुरू की थी। कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा पदयात्रा के बहाने इस बीच दिग्गज नेताओं के बीच नजदीकियां भी बढ़ी। केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा को आपदा के चलते स्थगित करना पड़ा था, जिसके बाद कांग्रेस ने दूसरे चरण में यात्रा फिर शुरू की।

महेंद्र भट्ट ने बयान जारी कर कहा कि देश-दुनिया में हिंदुत्व और सनातन का विरोध वाली कांग्रेस पार्टी बेशर्मी से केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा बचाने का दंभ भर रही है। जनता देख रही है कि अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए किस तरह ये लोग केदारपुरी का राजनैतिक दुरुपयोग कर रहे हैं। इनकी पूरी यात्रा में स्थानीय लोग कहीं भी शामिल नहीं हुए और बाहरी लोगों के समर्थन में ही ये पहले सीतापुर तक पहुंचे थे। यही वजह है कि आपदा में भी कांग्रेस की इसी संवेदनहीन राजनीति को लेकर स्थानीय जनता बेहद नाराज थी।

उद्देश्य पूरा न होता देख वे बीच में ही यात्रा स्थगित कर वापस लौट गए थे और अब सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए दोबारा यहां पहुंचे। जनता अच्छी तरह समझ गई है कि यह पूरी यात्रा केदारनाथ उपचुनाव को लेकर की जा रही है।
केदारघाटी समेत देवभूमि की जनता भी अचरज में है कि अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के लिए हिंदुत्व विरोध की राजनीति करने वाली कांग्रेस को अचानक केदारधाम की चिंता क्यों होने लगी। जबकि उनकी पार्टी की हिमाचल सरकार पहले शिमला और अब मंडी की अवैध मस्जिद बचाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाए हैं। वहीं, उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी केदारधाम की प्रतिष्ठा बचाने का राजनैतिक पाखंड कर रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव में लाभ लेने के लिए कांग्रेस पार्टी का यह पूरा प्रोपेगेंडा, राजनीतिक दोहरेपन की पराकाष्ठा है लेकिन वहां की जनता, केदारनाथ को सनातन की हार के रूप में प्रचारित करने की मंशा रखने वाली कांग्रेस को करारा सबक सिखाने का मन बनाए हुए है।
