
मध्यकालीन युग से संबंधित सिक्के


खजाने में मिले 14 चांदी के सिक्कों का हाल ही में पुरातात्विक विश्लेषण किया गया, जिससे पता चला कि वे मध्यकालीन युग से संबंधित हैं. इनमें से कुछ सिक्के 1280 के आस-पास नॉर्वे के राजा मार्कस VI के शासनकाल में, जबकि कुछ 1450 से 1481 के बीच क्रिश्चियन I के समय के बताए जा रहे हैं.
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
सिर्फ सिक्के ही नहीं बच्चों को उस वक्त एक एम्बर मोती और नौ लोहे की सुइयां भी मिली थीं. बच्चों ने यह सब एक छोटे पीले कोडक स्लाइड बॉक्स में संभाल कर रख दिया था. खोज करने वाले फुगेल्सनेस नामक व्यक्ति ने बताया कि उस समय उन्हें इस खजाने के ऐतिहासिक महत्व का अंदाज़ा नहीं था. दशकों बाद जब फुगेल्सनेस ने दोबारा इन वस्तुओं को देखा, तो उन्होंने नॉर्वे की मोरे ओग रोम्सडल काउंटी के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पुरातत्वविदों की टीम ने जांच कर पुष्टि की कि यह खजाना मध्य युग से जुड़ा है.
धार्मिक और सामाजिक जीवन की झलक
पुरातत्वविद कार्ल-फ्रेडरिक वाहर-हेन्सन वेमेस्टेड के अनुसार इस तरह की खोज मध्य नॉर्वे में बेहद दुर्लभ है. उन्होंने कहा कि एम्बर मोती शायद उस समय की प्रार्थना माला का हिस्सा रहा होगा, जिसे पुजारी या धार्मिक व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया जाता था. वहीं मिली सुइयां संभवतः किसी मृत व्यक्ति से जुड़ी थीं और उस समय के धार्मिक और सामाजिक जीवन की झलक देती हैं.
नॉर्वे के कानून के अनुसार, 1605 से पहले की खोजी गई कोई भी वस्तु राज्य की संपत्ति मानी जाती है. ये सिक्के अब सुरक्षित रखे जाएंगे और संभव है कि भविष्य में इन्हें किसी संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाए.
