गढ़वाल और हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा का तुरुप का इक्का कौन होगा, इस बारे में नई दिल्ली में मंथन का दौर जारी है। दोनों सीटों को लेकर भाजपा के भीतर कश्मकश की स्थिति बताई जा रही है। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव की लगभग तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार देहरादून जिले की 10 विधानसभाओं के 15 लाख से अधिक मतदाता टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार लोकसभा सीटों के लिए मतदान करेंगे।

Spread the love

Hindustan Global Times/शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों सीटों पर दावेदारों के संबंध में और फीडबैक जुटाया है।

गढ़वाल सीट पर तीरथ सिंह रावत सांसद हैं। 2019 में जब पार्टी ने उन्हें इस सीट पर प्रत्याशी बनाया था, तब उन्हें जनरल बीसी खंडूड़ी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर पेश किया गया था। सांसद रहते हुए तीरथ को एक बार राज्य का मुख्यमंत्री बनने का अवसर भी मिला। मगर जिस चौंकाने वाले अंदाज में वह सीएम बनें, उसी अंदाज में उनकी सीएम पद से विदाई हो गई। माला, अजय भट्ट और अजय टम्टा की तरह तीरथ भी अपना टिकट बरकरार रखने की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन टिकट रोक कर केंद्रीय नेतृत्व ने संकेत साफ कर दिए हैं कि वह दूसरे विकल्प पर मंथन कर रहा है।

BJP Lok Sabha Candidate: कभी बेची चाय और सब्जी…सीएम बनते-बनते रह गए, अजय भट्ट को मिला परिश्रम का इनाम

इस सीट पर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी को मजबूत दावेदार माना जा रहा है। हालांकि अब त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम भी गढ़वाल सीट पर तेजी से उछला है। त्रिवेंद्र की हरिद्वार और गढ़वाल दोनों सीटों से दावेदारी है। ऐसी स्थिति में केंद्रीय नेतृत्व को सही उम्मीदवार तलाशने के लिए कुछ और फीडबैक जुटाना पड़ रहा है। पार्टी के भीतर ही एक खेमा पांचों सीटों पर सभी सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने की वकालत कर रहा है। लेकिन दूसरी पांत में शामिल नेताओं का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि पार्टी नए चेहरों पर दांव लगाए।

हरिद्वार लोस सीट पर खांटी राजनीतिज्ञ डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हैं। माना जा रहा है कि तीरथ और डॉ. निशंक भी अपनी उम्मीदवारी को लेकर चुप नहीं बैठे हैं और अपने-अपने राजनीतिक संबंधों के जरिये प्रयास कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में अब सबकी निगाहें केंद्रीय नेतृत्व पर लगी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि छह फरवरी को पार्टी दोनों सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। तब तक पार्टी के भीतर दोनों सीटों पर दावेदारों को लेकर चर्चाओं का बाजार गरमाता रहेगा।

इसमें 9.87 लाख मतदाता टिहरी गढ़वाल और 5.61 लाख मतदाता हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के लिए अपना वोट डालेंगे। डीएम सोनिका ने तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले की सभी विधानसभा क्षेत्र चकराता, विकास नगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून कैंट और मसूरी टिहरी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं, जबकि धर्मपुर, डोईवाला और ऋषिकेश विधानसभा के मतदाता हरिद्वार लोकसभा का हिस्सा हैं।

देहरादून जिले में कुल 1880 मतदान स्थल बनाए गए हैं। इसमें 1275 टिहरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं, जबकि 605 हरिद्वार लोकसभा में। वहीं 1111 मतदान केंद्रों पर इस बार वोट डाले जाएंगे। इसमें 794 टिहरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं, जबकि 317 हरिद्वार लोकसभा में। बताया कि टिहरी गढ़वाल लोकसभा में देहरादून, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जनपद शामिल हैं, लेकिन इस लोकसभा में सबसे अधिक मतदाता देहरादून जनपद के हैं। दून के 9.87 लाख मतदाता, टिहरी गढ़वाल के 3.42 लाख मतदाता और उत्तरकाशी के 2.42 लाख मतदाता मिलकर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

Uttarakhand: दूसरे नोटिस के बाद भी नहीं पहुंचे पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, पत्नी से ED ने घंटों की पूछताछ

80 वर्ष से अधिक आयु के 40 हजार से अधिक मतदाता करेंगे मतदान
टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार दोनों ही लोकसभा क्षेत्रों में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाता भी वोट डालने जाएंगे। टिहरी गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में इस उम्र वर्ग के कुल 31 हजार 724 मतदाता वोट डालेंगे। इसमें 19747 लोग देहरादून, 8021 लोग टिहरी गढ़वाल और 3956 मतदाता उत्तरकाशी जनपद के निवासी हैं। वहीं 80 साल से अधिक उम्र वाले देहरादून के निवासी 9670 मतदाता हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के लिए मतदान करेंगे।

धर्मपुर सबसे बड़ी विधानसभा, हर वर्ग में सर्वाधिक वोटर
दून की धर्मपुर विधानसभा हर क्षेत्र में अन्य विधानसभाओं से आगे है। मौजूदा में धर्मपुर विधानसभा में सबसे अधिक 2 लाख 14 हजार 896 मतदाता हैं। पुरुष और महिला मतदाता भी इस विस. में सबसे अधिक हैं। इस विस. में 1 लाख 14 हजार 382 पुरुष मतदाता और एक लाख 505 महिला मतदाता हैं।

चकराता में सबसे अधिक मतदान केंद्र स्थल
धर्मपुर विधानसभा में बेशक सबसे अधिक मतदाता हों, लेकिन मतदान केंद्रों और मतदान स्थलों में चकराता पहले नंबर पर है। धर्मपुर विस. में चकराता की तुलना में दोगुने से अधिक वोटर हैं, इसके बाद भी चकराता में सबसे अधिक 234 मतदान केंद्र और 237 मतदान स्थल हैं।

दून में 76 थर्डजेंडर मतदाता
देहरादून जिले में 76 थर्डजेंडर मतदाता हैं। विकासनगर में नौ, सहसपुर में 12, रायपुर में 11, राजपुर रोड पर 13, देहरादून कैंट में 3 और मसूरी में 11 थर्डजेंडर मतदाता हैं। टिहरी गढ़वाल में महज एक और उत्तरकाशी में 2 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

दून में 11 हजार से दिव्यांग मतदाता
देहरादून में 11 हजार से अधिक दिव्यांग मतदाता हैं। इसमें 7316 मतदाता टिहरी गढ़वाल लोकसभा के लिए मतदान करेंगे, जबकि 4164 मतदाता हरिद्वार लोकसभा के लिए। सहसपुर में सर्वाधिक 1691 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि दून कैंट में सबसे कम 447 दिव्यांग मतदाता। वहीं टिहरी गढ़वाल में 5277 और उत्तरकाशी में 3733 दिव्यांग मतदाता हैं।

दून जिले के मतदाताओं को विधानसभावार विवरण

टिहरी गढ़वाल लोकसभा में शामिलविधानसभामतदान स्थलमतदान केंद्रकुल मतदाताचकराता237234109572विकास नगर14286117117सहसपुर211106186313रायपुर214120183683राजपुर रोड14165120062देहरादून कैंट15266136767मसूरी178117133982कुल1275794987496
हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में शामिलविधानसभामतदान स्थलमतदान केंद्रकुल मतदाताधर्मपुर236104214896डोईवाला190121174678ऋषिकेश17992172274कुल605317561848

Hindustan Global Times/शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

Spread the love