पास में बैठी उसकी मां और दादी मदद के लिए चिल्लाने लगीं।
स्थानीय लोग इकट्ठा हुए और बच्चे की तलाश शुरू कर दी। अनिरुद्ध ने बताया कि उसका आधा खाया हुआ शव घंटों बाद करीब डेढ़ बजे जंगल से बरामद किया गया। यह उस जगह से करीब एक किलोमीटर दूर है, जहां तेंदुए ने बच्चे पर हमला किया था। उन्होंने बताया कि तेंदुए का पता लगाने के लिए इलाके में आठ कैमरे लगाए गए हैं। डीएफओ ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए चार पिंजरे लगाए जा रहे हैं और ट्रैंक्विलाइजर गन से लैस वन कर्मियों की एक टीम इलाके में तैनात की जा रही है।