केदारनाथ विस उपचुनाव में 130 बूथों पर तीसरी आंख की नजर रहेगी। पहली बार 75 फीसदी मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए और वेबकास्टिंग हो रही है। अब तक के चुनावों में विस के मतदान केंद्रों के सापेक्ष 50 फीसदी केंद्रों पर ही सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते थे, लेकिन यह पहली बार है जब किसी विधानसभा के 75 फीसदी बूथों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं।

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मंगलवार शाम तक 173 के सापेक्ष 130 केंद्रों में सीसीटीवी लगने के बाद क्रॉस चेक भी कर लिए गए हैं।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

06:05 AM:

मतदान के दौरान शांति व्यवस्था के लिए पुलिस, पीआरडी, होमगार्ड के 700 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा पीएसी और अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनियां तैनात की गई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि 173 पोलिंग बूथों में से 130 पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। विधानसभा क्षेत्र को 2 जोन और 27 सेक्टर में बांटा गया है।

03:06 AM:

उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने आशा नौटियाल, कांग्रेस ने मनोज रावत और उत्तराखंड क्रांति दल ने डा. आशुतोष भंडारी को मैदान में उतारा है। तीन अन्य उम्मीदवार आरपी सिंह, त्रिभुवन सिंह चौहान और प्रदीप रोशन रुड़िया निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

02:57 AM:

केदारनाथ विस उपचुनाव के लिए आज सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। 90875 मतदाता भाजपा, कांग्रेस सहित छह प्रत्याशियों के राजनीतिक जीवन का फैसला करेंगे।इसमें 44919 पुरुष और 45956 महिला मतदाता अपने विधायक का चुनाव करेंगे। मतदान के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। सभी पोलिंग पार्टियां अपने गंतव्यों पर पहुंच गई हैं।

केदारनाथ उपचुनाव में 130 बूथों पर रहेगी तीसरी आंख की नजर

केदारनाथ विस उपचुनाव में 130 बूथों पर तीसरी आंख की नजर रहेगी। पहली बार 75 फीसदी मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए और वेबकास्टिंग हो रही है।

अब तक के चुनावों में विस के मतदान केंद्रों के सापेक्ष 50 फीसदी केंद्रों पर ही सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते थे, लेकिन यह पहली बार है जब किसी विधानसभा के 75 फीसदी बूथों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं। मंगलवार शाम तक 173 के सापेक्ष 130 केंद्रों में सीसीटीवी लगने के बाद क्रॉस चेक भी कर लिए गए हैं।

वहीं, निर्वाचन प्रक्रिया में इस्तेमाल हो रहीं 205 गाड़ियों में जीपीएस भी लगाया गया है। ताकि गाड़ियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। मुख्य निर्वाचन कार्यालय एवं जिला निर्वाचन कार्यालय में वेबकास्टिंग एवं जीपीएस की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। संबंधित नोडल अधिकारी इसकी पूरी निगरानी करेंगे।


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