बॉबी पंवार नाम का युवा जो खुद को बेरोजगार लिखता है उसने प्रदेश की टिहरी लोकसभा सीट पर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है. पहले नामांकन और फिर उसके प्रचार में जुट रही भारी भीड़ और जनता के समर्थन ने सबको चौका दिया है. आइए आपको बताते हैं आखिर कौन है बॉबी पंवार? साथ ही टिहरी लोकसभा सीट का क्या है चुनावी गणित.उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है। 19 अप्रैल को पहले चरण में चुनाव को लेकर अब प्रदेश में घमासान तेज हो गया है। प्रदेश की विपक्षी पार्टी कांग्रेस अग्निवीर जैसे मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है। वहीं, भाजपा पीएम मोदी के चेहरे के साथ चुनावी मैदान में है।

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बीजेपी ने टिहरी से राज्यलक्ष्मी शाह को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने इस बार जोत सिंह गुनसोला पर दांव खेला है और बसपा ने नेमचंद को प्रत्याशी बनाया है. इन उम्मीदवारों से सबसे ज्यादा चर्चा प्रतियोगी छात्रों से जुड़े पेपर लीक आंदोलन से चर्चाओं में आए बॉबी पंवार की हो रही है जिसनें यहां से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है. बॉबी पंवार ने टिहरी लोकसभा सीट पर ताल ठोक कर पूरे प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा दिया है.

बाॅबी पंवार देहरादून जिले के चकराता का निवासी है. हाल के वर्षों में उत्तराखंड में पेपर लीक का मुद्दा बहुत गर्म था. प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन हुआ. इसी आंदोलन से बॉबी पंवार सुर्खियों में आए थे.

बाॅबी पंवार देहरादून जिले के चकराता का निवासी है. हाल के वर्षों में उत्तराखंड में पेपर लीक का मुद्दा बहुत गर्म था. प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन हुआ. इसी आंदोलन से बॉबी पंवार सुर्खियों में आए थे.

टिहरी सीट पर राजपरिवार का वर्चस्व रहा
टिहरी लोकसभा के चुनावी सफर में बीजेपी ने टिहरी राजपरिवार के सहारे नौ में से आठ बार जीत दर्ज की। पिछले तीन चुनाव से (एक उपचुनाव, दो चुनाव) में बीजेपी की ओर से राजपरिवार की सदस्य माला राज्यलक्ष्मी शाह लोकसभा में टिहरी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। टिहरी संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें पुरोला, यमुनोत्री, गंगोत्री, घनसाली, प्रतापनगर, टिहरी, धनोल्टी, चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून कैंट और मसूरी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।बीजेपी का माला राज्य लक्ष्मी शाह पर भरोसा
राजपरिवार के बीजेपी में शामिल होने के बाद 1991 में मानवेंद्र शाह ने बीजेपी के टिकट चुनाव जीता और 2004 तक लगातार सांसद चुने गए। 2009 में कांग्रेस से विजय बहुगुणा ने जीत हासिल की। इसके बाद इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। 2014 में कांग्रेस से साकेत बहुगुणा और 2019 में कांग्रेस से ही प्रीतम सिंह यहां से चुनाव हार गए थे। इस बार बीजेपी ने चौथी बार फिर माला राज्य लक्ष्मी शाह को चुनाव मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला से है।अग्निवीर, महंगाई का मुद्दा चर्चा में
टिहरी में बेरोजगारी, अग्निवीर और महंगाई का मुद्दा चर्चा में है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सामने आए बेरोजगार संघ के बाबी पंवार ने लोगों को अपनी और आकर्षित किया है। कई इलाकों में उनको लोग समर्थन दे रहे हैं। इससे बीजेपी-कांग्रेस दोनों प्रत्याशी एक्टिव हो गए हैं। नौकरियों में भ्रष्टाचार को लेकर आंदोलन करने वाले बाबी पंवार को मिल रहे समर्थन से बीजेपी कांग्रेस के मुख्य मुकाबले को त्रिकोणात्मक बना दिया है।मुस्लिम वोटर्स भी बड़ी संख्या में मौजूद

वही पौड़ी लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की सभाओं में भीड़ जुट रही है। वहीं, पीएम की जनसभा के अलावा पूरे लोकसभा में अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की भी सभाएं के द्वारा वोटरों को लुभाने का कार्य किया गया। अंकिता भंडारी मामले में सक्रिय रहे आशुतोष नेगी को उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने अपना प्रत्याशी बनाया है वे भी क्षेत्र में अच्छी भीड़ जुटा रहे हैं।


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