मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले तीन दिन प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक से लेकर पूर्ण रूप से बादल छाये रह सकते हैं। चोटियों पर हल्का हिमपात और वर्षा के आसार हैं। निचले इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें और ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में अंधड़ चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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धूप और बादलों की आंख-मिचौनी

मंगलवार को देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में दिनभर चटख धूप खिली रही। जिससे तपिश बढ़ गई और तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई। दून में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। दूसरी ओर पर्वतीय क्षेत्रों में धूप और बादलों की आंख-मिचौनी चलती रही। टिहरी जिले के भरसार और प्रतापनगर में हल्की वर्षा हुई।

कुमाऊं में भी पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ीं। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा-बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि और 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं। कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

शहर, अधिकतम, न्यूनतम

  • देहरादून, 34.0, 16.4
  • ऊधमसिंह नगर, 35.6, 12.9
  • मुक्तेश्वर, 20.0, 9.9
  • नई टिहरी, 22.8, 10.5

केदारनाथ पैदल मार्ग में हिमखंड टूटने से 100 मीटर रास्ता क्षतिग्रस्त

केदारनाथ पैदल मार्ग में कुबैर गदेरे के पास हिमखंड टूटने से पैदल मार्ग पर घोड़ो खच्चर व मजदूरों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पचास मजदूर को बर्फ हटाने में मौके लिए रवाना कर दिया है। बुधवार से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया जाएगा, मार्ग को खोलने में तीन से चार दिन लग सकते हैं।

वहीं पुर्ननिर्माण कार्यो के लिए निर्माण सामग्री ले जा रहे घोड़ा खच्चरों की आवाजाही भी अवरुद्ध हो गई है, जिससे पुर्ननिर्माण कार्य भी प्रभावित हुए हैं। इस बार बर्फबारी फरवरी व मार्च महीने में अधिक होने से हिमखंड टूटने की घटनाएं घटित हो रही है। कुछ दिन पूर्व केदारनाथ धाम में पुराने घोड़ा पड़ाव में हिमखंड टूटने से निर्माण ऐजेंसियों के मजदूरों व अधिकारियों के लिए बनाए गए अस्थाई भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिससे भवनों में सामान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।

वहीं मंगलवार को सुबह लिंचौली से ऊपर कुबैर गदेरे के पास हिमखंड टूटने से करीब पचास से सौ मीटर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। भारी मात्रा में हिम खंड पहाड़ी से टूट कर केदारनाथ पैदल मार्ग पर आ गए। जिससे यहां बर्फ काट कर बनाया गया रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से यहां पर आवाजाही पूरी तरह ठप पड़ गई है। घोड़े खच्चरों की आवाजाही भी बंद हो गई है।

पुर्ननिर्माण सामग्री को लेकर बड़ी संख्या में घोड़े खच्चरों की आवाजाही हो रही थी, लेकिन फिलहाल बंद हो गई है। घोड़ा खच्चरों की आवाजाही बंद होने से पुर्ननिर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। डीडीएमए लोनिवि के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि मार्ग खोलने में तीन से चार दिन लग सकते हैं। 50 मजदूरों की टीम मौके पर बर्फ हटाने के लिए भेज दी गई है। बुधवार से मजदूर बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर देंगे।


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