पुराणों के अनुसार कलियुग 432000 साल लंबा चलेगा. कलयुग के अभी लगभग 5000 साल ही बीते हैं. हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार कलयुग की आखिरी 5 साल में पृथ्वी पर बहुत अधिक बारिश होगी.

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कलयुग के अंत तक पृथ्वी बंजर हो जाएगी. पेड़ पौधे नहीं उगेंगे, जीव जंतु निर्जीव हो जाएंगे. भयानक अत्याचार और अपराध लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा होगा. इंसान की लंबाई भी कम हो जाएगी. लोगों का पूजा पाठ और धर्म के रास्ते से मन भ्रमित हो जाएगा. वह अत्याचार और अपराध के मार्ग पर चल पड़ेंगे. भाई भाई का दुश्मन होगा. रिश्ते-नाते सब खत्म हो जाएंगे. लोगों के मन में शर्म हया समाप्त हो जाएगी.

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

बहुत लम्बी होगी कलयुग की आखिरी रात : कलयुग की आखिरी रात बहुत लंबी होगी. इस आखिरी रात के बाद एक नहीं, दो नहीं बल्कि एक साथ 12 सूरज उगेंगे. यह 12 सूरज पृथ्वी पर तब तक अस्त नहीं होंगे जब तक धरती का सारा पानी सूख नहीं लेंगे. इसके बाद भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर पृथ्वी से जीव जंतु सब खत्म कर देंगे. पृथ्वी से जीवन नष्ट हो जाएगा. इस कार्य को करने में तीन दिन लग जाएंगे.

संभल में होगा भगवान विष्णु का आखिरी अवतार : भगवान विष्णु का कल्कि का अवतार दसवां और आखिरी अवतार होगा इस अवतार का मकसद पाप का नाश करके सत्य और धर्म की पुनः स्थापना करना होगा. अवतार का जिक्र कल्कि पुराण अग्नि पुराण ब्रह्मांड पुराण भविष्य पुराण और महाभारत में भी मिलता है. कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश की संभल जिले में विष्णुयश नाम के एक ब्राह्मण के यहां होगा. जब भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेंगे तो वह एक सफ़ेद घोड़े पर बैठकर अपने हाथों में तलवार लेकर इस पूरी श्रष्टि पर जीवन का समापन कर देंगे.इसके बाद फिर पुनः पृथ्वी पर जीवन का आरम्भ होगा.

ऐसे ज्योतिष संयोग में भी हो सकता है अवतार : जब गुरु व शनि अपनी उच्च राशियों में एक साथ हों तो यह माना जा सकता है कि या तो कल्कि का जन्म हो चुका है या होने वाला है. भगवान कल्कि नारायण जन्म से ही 64 कलाओं से निपुण होंगे. इससे यह स्पष्ट होता है कि कल्कि के जन्म के समय सभी ग्रह अपनी उच्च अवस्था में होंगे. 2014 के बाद 2599 में ऐसा ज्योतिष संयोग होगा.


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