हाईकोर्ट नैनीताल शिफ्टिंग को लेकर पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेटर लिखने के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

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पूर्व सीएम रावत का कहना था कि शिफ्टिंग के विवाद से हम सभी को बचना चाहिए क्योंकि हम एक राज्य हैं।

हिन्दुस्तान ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व राज्यपाल कोश्यारी की ओर से सीएम पुष्कर सिंह धामी को लिखे लेटर जिसमें कहा गया है हाईकोर्ट नैनीताल में ही रहना चाहिए मामले पर पत्रकारों को बोलते हुए पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने साफतौर से कहा कि हमें विवाद से बचना चाहिए। ‘हम एक राज्य हैं, हम इसके निवासी हैं और हमे एक समग्र रूप से सोचना चाहिए।

विदित हो कि पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों ने भी हाईकोर्ट को नैनीताल शिफ्ट करने की मांग की थी। रावत का कहना है कि उनके समय में भी रामनगर और काशीपुर के बीच हाईकोर्ट के लिए जगह गौलापार (हल्द्वानी) पर विचार किया गया था। हमें राज्य हित में विवाद से बचना चाहिए।

हाईकोर्ट शिफ्टिंग पर फैसला विचार-विर्मश के बाद लेना चाहिए। आपको बता दें कि 13 मई को पूर्व राज्यपाल कोश्यारी ने मुख्यमंत्री धामी से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर कुमाऊं क्षेत्र के उन वकीलों का समर्थन करने की मांग की थी जो हाईकोर्ट नैनीताल को बाहर शिफ्ट करने का विरोध कर रहे हैं।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

सीएम धामी को लिखे लेटर में कोश्यारी का कहना था कि उत्तराखंड गठन के समय देहरादून को अस्थायी राजधानी बनाने और नैनीताल में हाईकोर्ट स्थापित करने का फैसला विस्तृत चर्चा के बाद लिया गया था। कहा कि क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए नैनीताल में हाईकोर्ट स्थापित किया गया था।

हाल ही में, देहरादून के बीजेपी के चार विधायकों ने ऋषिकेश में आईडीपीएल परिसर में एक हाईकोर्ट की पीठ स्थापित करने के लिए अपनी राय दी थी। यह घटनाक्रम नैनीताल से उच्च न्यायालय को स्थानांतरित करने पर बढ़ती बहस के बीच आया है, जिसने इस मुद्दे को कुमाऊं बनाम गढ़वाल का रूप दे दिया है।

देहरादून बार एसोसिएशन के निमंत्रण पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर रोड विधायक खजान दास, देहरादून कैंट विधायक सविता कपूर और डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला ने शनिवार को इस मुद्दे पर बार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ एक बैठक की थी।

दूसरी ओर, देहरादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि जनहित के लिए हाईकोर्ट को नैनीताल से बाहर ऋषिकेश आईडीपीएल में शिफ्ट किया जाना चाहिए। यहां तक ​​कि हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से इसकी संभावना तलाशने को कहा है।

कहा कि आईडीपीएल, ऋषिकेश में हाईकोर्ट की एक पीठ को शिफ्ट करने के मामले में हम अदालत के विचारों का सम्मान करते हैं। शर्मा ने कहा कि चूंकि हाईकोर्ट भी इस मुद्दे पर जनता की राय मांग रहा है इसलिए हमने समर्थन जुटाने के लिए चार विधायकों को शनिवार को आमंत्रित किया था, जिन्होंने हमें अपना समर्थन दिया।

इस मुद्दे पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक विशेष अनुमति याचिका भी दायर की गई है और हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख हुए हैं। शर्मा ने दावा किया है कि कई अन्य एमएलए जो हमारे निमंत्रण पर बैठक में शामिल नहीं हो सके, उन्होंने भी हमें अपना समर्थन दिया है।

कहा कि ये विधायक सीएम धामी के साथ बार एसोसिएशन के सदस्यों की एक बैठक भी आयोजित करवाएंगे। रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि हमें बार एसोसिएशन ने बुलाया था क्योंकि वे ऋषिकेश में हाईकोर्ट बेंच को शिफ्ट करने पर जोर दे रहे हैं।

हमने उन्हें अपना समर्थन दिया क्योंकि नैनीताल ट्रैफिक जाम, आवासीय सुविधाओं के मामले में चुनौतियों का सामना कर रहा है। कहा कि वादकारियों व वकीलों के लिए भी वहां पहुंचना संभव नहीं हो पाता है।


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