– विभाग की टीम ने शुरू की घर पर जांच, नितिन से भी पूछताछ, विकास और सौरभ तक तक टीम के सामने नहीं आए
रुद्रपुर वरिष्ठ संवाददाता
रुद्रपुर में गुरुवार को शुरू हुई लकड़ी कारोबारियों के प्रतिष्ठानों और आवास पर आयकर विभाग की टीम की सर्च एंड सीज करने की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को विनायक प्लाई में साझेदार सौरभ गाबा के एलाइंस स्थित घर की चाभी लेकर उनके भाई नितिन गाबा घर पहुंचे। इसके बाद आयकर विभाग की टीम ने यहां लगाई गई सील हटाई और जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक नितिन से भी आयकर विभाग की टीम पूछताछ कर रही है। वहीं अब तक नारंग फर्नीचर मार्ट के स्वामी गुलशन नारंग के घर और विनायक प्लाई के कार्यालय में भी आयकर विभाग की जांच जारी है। रिकार्ड 75 घंटे से अधिक समय से आयकर विभाग की सर्च एडं सीजर की कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक, पिछले 30 से अधिक वर्षों में इतने लंबे समय तक किसी भी मामले में रुद्रपुर में आयकर विभाग की टीम ने जांच नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को करीब दोपहर करीब सवा बारह बजे के करीब एलाइंस कालोनी स्थित सौरभ गाबा के आवास में एक बार फिर से आयकर विभाग की टीम पहुंची। पिछले दो दिनों से घर बंद था और यहां आयकर विभाग ने मकान के तीनों प्रवेश द्वार में सेक्शन 132 के तहत नोटिस चस्पा करते हुए इन्हें सील किया था। जानकारी के मुताबिक, शनिवार को सौरभ गाबा के भाई नितिन गाबा घर की चाभी लेकर पहुंचे और इसके बाद आयकर विभाग की टीम ने परिजनों की मौजूदगी में सील हटाई। इसके बाद आयकर विभाग की टीम ने जांच शुरू कर दी है। वहीं अब तक विनायक प्लाई में साझेदार विकास नारंग और सौरभ गावा आयकर विभाग की टीम के सामने नहीं आए हैं। माना जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम अगले एक दिन और जांच को आगे बढ़ा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच में आयकर विभाग ने नारंग फर्नीचर मार्ट, नारंग सदन और विनायक प्लाई के कार्यालय से कई दस्तावेज, कंप्यूटर और लैपटॉप से खरीद और बिक्री का डेटा, निवेश से संबंधित कई दस्तावेज के साथ प्रापर्टी से संबंधित दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
यूपी में जांच के बाद रडार पर आया नारंग और गाबा परिवार
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की टीम ने लंबी जांच के बाद रुद्रपुर में नारंग फर्नीचर मार्ट और विनायक प्लाई में छापेमारी की है। सूत्रों के मुताबिक, विनायक प्लाई में एक कंपनी के 35 करोड़ के निवेश के बाद ही आयकर विभाग की टीम सक्रिय हुई है। चर्चा है कि लकड़ी कारोबारियों का सालाना टर्नओवर बहुत कम समय से करोड़ों में चला गया है। यूपी में आयकर विभाग की जांच के बाद मजबूत तथ्य सामने आने के बाद ही आयकर विभाग ने सर्च एडं सीजर की कार्यवाही की है।
कार्रवाई को उच्च स्तर पर मिलती है अनुमति
लकड़ी कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग सेक्सन 132 के तहत सर्च एंड सीजर की कार्यवाही कर रहा है। आयकर के जानकारों के अनुसार इस कार्रवाई के लिए विभाग के बहुत उच्च स्तर के अधिकारियों की अनुमति की जरूरत होती है। सामान्य तौर पर आयकर विभाग सेक्शन 133 के तहत कार्यवाही करता है। सेक्शन 132 के तहत आयकर विभाग की सर्च एंड सीजर की कार्यवाही के दौरान टीम को कई अधिकार मिले होते हैं। यह कार्यवाही सामान्य तौर पर तीन दिन तक चलती है। कई बार इसके अधिक दिनों तक भी कार्यवाही चलती है। जानकारों के मुताबिक, इस कार्यवाही के बाद एस्सेमेंट रिपोर्ट बनती है और फिर आयकर विभाग छिपी हुई संपत्ति जिससे पर आयकर नहीं दिया गया होता है उसको लेकर संबंधितों को नोटिस जारी करता है।
करोड़ों में टर्नओवर और निवेश को लेकर टीम के पास ठोस क्लू
आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्यवाही के लेकर अब तक मीडिया के सामने कोई भी बयान नहीं दिया है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग के पास लकड़ी कारोबारियों के करोड़ों के टर्नओवर और निवेश को लेकर पुख्ता जानकारियां थीं। इसके बाद तथ्यों को वैरीफाई करने के बाद ही आयकर विभाग की टीम ने सर्च एंड सीजर की अनुमति ली है। यहीं वजह है कि आयकर विभाग की टीम ने प्रतिष्ठानों और घरों में एक साथ छापेमारी की।
परिजनों को कार्रवाई समाप्त होने तक बाहर निकलने की अनुमति नहीं
आयकर विभाग की तीन दिनों से कार्यवाही जारी है। वहीं नारंग सदन और अब सौरभ गाबा के घर में मिलाकर कुल छह सदस्य मौजूद हैं। आयकर विभाग की कार्यवाही समाप्त होने तक किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। लंबी कार्यवाही की वजह से परिजनों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं शुक्रवार को व्यापार मंडल के विरोध-प्रदर्शन के बीच शाम को गल्ला मंडी स्थित नारंग फर्नीचर मार्ट में आयकर विभाग ने अपना सर्वे क्लोज कर दिया था। इसके बाद गुलशन नारंग अपने घर नारंग सदन आए गए थे। व्यापारी नेता संजय जुनेजा का कहना है कि व्यापारियों के प्रदर्शन के बाद ही नारंग फर्नीचर मार्ट से आयकर विभाग की टीम हटी। वहीं समाचार लिखे जाने तक आयकर विभाग की टीम नारंग सदन, विनायक प्लाई के कार्यालय और एलाइंस स्थित सौरभ गाबा के घर में जांच में डटी हुई थी।
26 आरडीपी-6 पी- रुद्रपुर में एलाइंस कालोनी में सौरभ गाबा के घर का शनिवार को दो दिन बाद ताला खोला गया। इसके बाद आयकर विभाग की जांच शुरू हो गयी है।
26 आरडीपी-7 पी- रुद्रपुर में एलाइंस कालोनी में सौरभ गाबा के घर के बाहर तैनात पुलिस कर्मी।
26 आरडीपी-8 पी- रुद्रपुर में एलाइंस कालोनी में सौरभ गाबा के घर के बाहर पहुंचे व्यापारी नेता और अन्य लोग।
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**रुद्रपुर:विनायक प्लाई के कार्यालयों,प्रतिष्ठानों और मालिकों के घरों पर छापेमारी के बाद अब आयकर विभाग की रडार पर करीबी सफेदपोश और प्लाइवुड इंडस्ट्री**
ByPooran Rawat (Master of Mass Communication) In Associate with Shri Badri Kedar Media House
May 25, 2024
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रुद्रपुर में बीते 23 मई को लखनऊ से आई आयकर विभाग की कई टीमों ने विनायक प्लाई के मालिक रोनिक नारंग और सौरभ गाबा के प्रतिष्ठानों कार्यालयों और घरों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया था…इनकम टैक्स विभाग की कई टीमों द्वारा की जा रही छापेमारी की कार्रवाई आज भी जारी है,सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में आयकर विभाग ने प्रारंभिक तौर पर करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का मामला पकड़ लिया है…उधर आज आयकर विभाग की कई टीमों ने विनायक प्लाई के पार्टनर सौरभ गाबा के काशीपुर रोड स्थित एलाइंस कॉलोनी में निर्मित करोड़ों रुपए से निर्मित आलीशान आवास पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया…
रुद्रपुर में इनकम टैक्स विभाग की धमक के बाद शहर के कई सफेदपोश लोगों में हड़कंप मच गया है,बताया तो यह भी जा रहा है कि आयकर विभाग की कई टीमों ने करोड़ों रुपए की आयकर चोरी के इस पूरे मामले को लेकर बीते दिनों एक साथ विनायक प्लाई से जुड़े हुए बहेड़ी,शाहजहांपुर,हरदोई और रामनगर में भी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है…सूत्रों की माने तो छापेमारी की कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों को कुछ ऐसे महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हाथ लगे हैं जिनके आधार पर रुद्रपुर के कई सफेदपोश अब इनकम टैक्स के रडार पर हैं…आयकर विभाग की टीम को कुछ ऐसी जानकारी भी मिली है कि फर्म के मालिकों द्वारा अवैध रूप से करोड़ों रुपए की बड़ी-बड़ी कमेटियों का भी संचालन किया जा रहा था,जिसमें 20-20 लाख रुपए तक की किस्त जमा होती थी…
सूत्रों से यह भी पता चला है कि शुरुआत में इस फर्म के द्वारा UP के कई जनपदों से कई वर्षों तक दस्तावेजों में हेरा-फेरी कर जिले में संचालित होने वाली कई प्लाइवुड इंडस्ट्रियों में बड़े पैमाने पर लकड़ियों की सप्लाई भी की गई थी और तो और आयकर विभाग की टीम को जांच के दौरान विनायक प्लाई के तर्ज पर ही इस फर्म के दोनों पार्टनरों के द्वारा विनायक ट्रांसपोर्ट नामक कंपनी संचालित करने की जानकारी भी मिली है,हालांकि इस बारे में अभी कंपनी के दोनों पार्टनरों की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है…हम आपको बता दें कि छापेमारी कि इस कार्रवाई में लखनऊ के डिप्टी कमिश्नर TS पंचपाल,आयकर अधिकारी मुकेश कुमार,दीपक कुमार और स्थानीय आयकर विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे…
बहरहाल इस पूरे मामले पर अभी आयकर विभाग के अधिकारियों की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है मगर कुल मिलाकर कहें तो आयकर विभाग इस पूरे मामले में अब यह भी जांच कर रहा है कि आखिरकार कुछ ही वर्षों में कैसे और किन संसाधनों के उपयोग से विनायक फर्म ने इतनी प्रगति कर ली और आखिर कैसे विनायक प्लाई ने देश की एक नामी टाइल्स कंपनी में 35 करोड रुपए का निवेश भी कर दिया…रुद्रपुर में आयकर विभाग की कार्रवाई आज तीसरे दिन भी जारी रही,जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले समय में आयकर विभाग की इस छापेमारी की कार्रवाई का दायरा और बढ़ता ही जाएगा।