बांग्लादेश के खिलाफ अक्षर ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लिए थे। इसके बाद अगली गेंद पर भी उन्होंने विकेट ले हैट्रिक पूरी कर ही ली थी, लेकिन स्लिप में रोहित शर्मा ने कैच छोड़ दिया और बाएं हाथ के स्पिनर के पास से इतिहास रचने का मौका चूक गया। अगर वह ऐसा कर लेते तो चैंपियंस ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय बन जाते।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पाकिस्तान के खिलाफ दिखाया दम
अक्षर ने उस मैच को पीछे छोड़ा और पाकिस्तान के खिलाफ अपना दम दिखाया। अपनी फिरकी के अलावा अक्षर ने अपनी फील्डिंग से भी कमाल किया। उन्होंने दोनों तरह से अपनी टीम को अहम समय पर विकेट दिलाईं। इसकी शुरुआत उन्होंने 10वें ओवर की दूसरी गेंद से की। कुलदीप यादव की गेंद बाएं हाथ के बल्लेबाज इमाम उल हक ने मिड ऑफ पर खेली और रन लेना चाहा, लेकिन वहां खड़े अक्षर ने तुरंत गेंद को पकड़ा और सीधा थ्रो स्टम्प पर मार भारत को सफलता दिलाई।
इस विकेट के बाद पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद रिजवान और सउद शकील की पार्टनरशिप जम गई थी। ये जोड़ी तेजी से रन तो नहीं बना पा रही थी, लेकिन विकेट पर पैर जमा लिए थे और एक्सीलेटर पर पैर रखने वाली थी। तभी बापू ने अपनी फिरकी का कमाल दिखा इस साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने रिजवान को बोल्ड कर उन्हें अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया। रिजवान ने 77 गेंदों पर 46 रन बनाए जिसमें तीन चौके मारे।
इसके बाद पांड्या की गेंद पर शकील का कैच लेकर उन्होंने भारत को एक और विकेट दिलाने में मदद की। ये विकेट 35वें ओवर की पांचवीं गेंद पर गिरा। शकील ने 76 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 62 रन बनाए।

