
आदर्श शिवाजी नगर रामलीला समिति रुड़की दिनांक 20.10.2024 के तत्वाधान में आदर्श शिवाजी नगर विश्वनाथ मंदिर के पास रामलीला के सजीव अभिनय दर्शन के चौथे दिन की लीला का शुभारंभ समाजसेवी उत्तम सिंह बिष्ट, रामलीला (पात्र) योगम्बर सिंह रौथाण, सामाजिक कार्यकर्ता धर्म सिंह रावत, रामलीला प्रवक्ता पारेश्वर प्रसाद लखेड़ा, विक्रम सिंह कंडारी, रमेश सिंह चौधरी, देव सिंह सावंत पूर्व कॉलोनी अध्यक्ष, दिनेश पटवाल, पविमा देवी महिला अध्यक्ष विजयनगर, महिला मंडली ए ब्लॉक परेमेश्वरी चौधरी, जगदीश्वरी रावत प्रथम कीर्तन मंडली शिवाजी कॉलोनी ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।
जैसे ही राम बारात मिथिलापुरी पहुंचती है, राजा जनक और उनकी अर्धांगिनी अपनी कन्या सीता की विदाई करते हुये रो रो कर भावुक हो जाते हैं जिससे दर्शकों का मन बैठ जाता है और रुदुण हो जाता है।
अयोध्या में राजा दशरथ प्रभु राम के राज्याभिषेक की घोषणा करते हैं। चारों ओर हर्ष का वातावरण है। परंतु जैसे ही मंथरा को राम के राज्याभिषेक के बारे में पता चलता है तो वह कैकई की वफादार दासी होने के नाते कैकई को राजा दशरथ के द्वारा दिए गए दो वरो को याद दिलाते हुए उन्हें राजा से मांगने के लिए कहती है। कैकई कोप भवन में जाती है जहां राजा दशरथ उसके दुखी होने का कारण पूछते हैं, इस पर वह राजा से उनके द्वारा दिए गए दो वचनों को निभाने और उन्हें पूरा करने का वचन मांगती है राजा सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं । और उससे दोनों वचन मांगने को कहते हैं की केकैई एकवचन से भारत को राज गद्दी तथा दूसरे वचन से राम को 14 वर्ष का वनवास मांगती है जिसे सुनकर राजा दशरथ व्यथित, विचलित और विक्षिप्त हो जाते हैं। यह दारुण दृश्य देख जनता की आंखें नम हो जाती हैं। प्रभु राम को जब इस बात का पता चलता है तो वह सहर्ष अपने पिता के वचन के अनुसार वन को जाने को तैयार हो जाते हैं सीता भी वन जाने की जिद करती है जिसे अंततः राम स्वीकार कर लेते हैं इसी के साथ चतुर्थ दिवस की लीला का पटाक्षेप हो जाता है । आज की लीला में पुष्कर सिंह तोमर, गौर सिंह भंडारी, रोहित रावत, विजय सिंह पवार, सत्येंद्र सिंह नेगी, जयवीर सिंह रावत, जय सिंह नेगी, उमराव सिंह पटवाल, भगत सिंह रावत, महावीर प्रसाद डोभाल, अनसूया प्रसाद जोशी, बच्चीराम कुण्डलिया, रविंद्र सिंह पवार ,संतोषी राणा,गायत्री बुमला, विशम्बरी देवी ,रामेश्वरी पवार, रिया बिष्ट,राजेंद्र सिंह रावत, बालम सिंह नेगी, दरवान सिंह बुटोला, सुरेंद्र सिंह नेगी, कुंदन सिंह नेगी, आनंद सिंह वर्तवाल, रामचरण सिंह बिष्ट, रणजीत सिंह रावत, दिनेश सिंह चौधरी, धर्मानंद भट्ट, सतीश कुकरेती, जितेंद्र जखमोला, बलवंत सिंह भंडारी ,सतीश नेगी , लक्ष्मण सिंह बिष्ट, श्याम सिंह पवार,शाकुम्बरी चौहान, उमा रावत, सरिता बिष्ट, बादल लखेड़ा, शुभम लखेड़ा, रितिक नेगी, दिव्यांशु थपलियाल, अभिनव बंगाली, अंशु, अदिति गुसाई, सौरभ पंवार, आयुश, हर्षिता बिष्ट, लब्बी रावत, अंजलि रावत,पायल, सुप्रिया मेहरा, रितु लखेड़ा, अनूप, जगमोहन सिंह रावत, ज्ञान सिंह बिष्ट ,सुरेंद्र सिंह पवार, सुनील नेगी ,गणेश खंडूरी, पंचम सिंह बिष्ट आदि सैकंडों लोग मौजूद थे।


