1- जनभावनाओं के अनुरूप राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण घोषित करना।
2- देश के संविधान के अनुरूप राज्य में मूलनिवास का आधार वर्ष 1950 निर्धारित करवाना , एक राज्य एक कानून के तहत मैदानी क्षेत्रों में भी मूलनिवास की व्यवस्था सुनिश्चित करवाना व स्थाई निवास प्रमाण पत्र जारी करने के मानकों की समीक्षा करवाना।
3- अनुच्छेद – 371 के अन्तर्गत विशेष व्यवस्था के तहत अथवा हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सशक्त भू-कानून लागू करना।
4- अंकिता भंडारी की हत्या की संपूर्ण जांच सीबीआई से करवाना तथा माननीय उच्चतम न्यायालय में भी समुचित पैरवी करना।
5-उत्तराखंड सचिवालय, विधानसभा सहित विभिन्न विभागों में पिछले दरवाजे से की गई भर्तियों की जांच सीबीआई से करवाई करवाना।
6-यूके एस एस एस सी तथा यूके पी एस सी भर्ती घोटालों व पेपर लीक प्रकरणों की जांच सीबीआई से करवाना।
7- लंबे समय से चली आ रही राज्य कर्मचारियों व केन्द्रीय कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए सम्मानजनक समाधान करवाना।
8-आगामी परिसीमन में विधानसभाओं का परिसीमन राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार क्षेत्रफल के आधार पर किया जाना।
9-23 वर्षों से लटके उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों का न्यायसंगत बंटवारा सुनिश्चित करवाना।
10-पूर्व सैनिकों की वन रैंक वन पेंशन की मांग को पूरा करवाना।
11- राज्य के सभी जिलों में एक- एक सैनिक स्कूल/ केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना करवाना।
12– विकास के कार्यों में आड़े आ रहे वन अधिनियमों में आवश्यक संशोधन करवाया।
13-वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में जंगली पशुओं व हिसंक जानवरों से स्थानीय जनमानस की जान-माल व फसलों की सुरक्षा हेतु आवश्यक संशोधन करवाना।
14-उत्तराखंड की जनता से 1980 में जल जंगल जमीन के छीन लिए गए अधिकारों को बहाल करवाना।
15- गंगा-यमुना जल बोर्ड को भंग कर उत्तराखंड से निकलने वाली नदियों के जल का नैसर्गिक अधिकार उत्तराखंड सरकार में निहित करवाना।
16-उत्तराखंड में बोली जाने वाली आंचलिक बोली -भाषाओं को संरक्षण देते हुए गढ़वाली,कुमाऊनी व जौनसारी भाषाओं की 8 वीं अनुसूची में शामिल करवाना।
17- देहरादून -कालसी, कोटद्वार -पौड़ी, रामनगर -गैरसैंण व टनकपुर-बागेश्वर सहित अन्य क्षेत्रों को रेलवे लाइन से जोड़ना।
18- असम राइफल्स व अन्य सभी अर्द्ध सैनिक बलों के सेवानिवृत्त सैनिकों को भी पूर्वसैनिकों की तरह समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाना।
तो आइए!! लोकतंत्र की इस महान बेला पर ईमानदारी से जनता की आवाज बुलंद करने, स्वच्छ प्रशासन देने, भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने और शहीदों के सपनों का आदर्श राज्य बनाने हेतु उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशियों को अपना अमूल्य मत देकर भारत की संसद में भेजिए।
।। सादर अभिवादन।।
आनंद प्रकाश जुयाल
संरक्षक एवं अध्यक्ष अनुशासन समिति
उत्तराखंड क्रांति दल
उत्तराखंड क्रांति दल चुनाव संचालन समिति द्वारा प्रचारित प्रसारित।