

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/ प्रिंट मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड




रूद्रपुर। शहर के ऐतिहासिक एवं प्राचीन, गांधी पार्क को सिंचाई विभाग की जमीन में स्थानांतरित कर गांधी पार्क में मल्टी स्टोरी पार्किंग एवं दुकान बनाने का विचार रुद्रपुर के निवासियों के गले नहीं उतर पा रहा है। शहर के तमाम संभ्रांत व्यक्ति गांधी पार्क का स्वरूप बदले जाने का प्रस्ताव सामने आने से जहां खासा आहत है,।
नेशनल हाईवे किनारे कूड़े का ढेर कम तो किया मगर साफ करने में कामयाब नहीं हो सके।
पांच साल में पूर्व मेयर रामपाल सिंह ने शहर को इंदौर जैसा बनाने की कोशिश तो खूब की मगर कई अड़चन उनके सपने को साकार नहीं कर सकी। कार्यकाल में नजूल भूमि पर काबिज गरीबों को निशुल्क मालिकाना हक देने की प्रक्रिया तो शुरू कराई और 1400 फाइलें भी बन गईं मगर मेयर मालिकाना हक का दस्तावेज नहीं दिलवा सके।
रुद्रपुर नगर निगम की आबादी करीब ढाई लाख से ज्यादा हो गई है। हैरानी है कि शहर में ड्रेनेज व्यवस्था नहीं हो सकी। लिहाजा थोड़ी सी बारिश होने पर शहर जलमग्न हो जाता है।

करीब दो दशक पहले नदी का बहाव काफी तेज था। नदी की चौड़ाई करीब 250 मीटर थी, लेकिन धीरे-धीरे अवैध कब्जों ने नदी को बुरी तरह बर्बाद कर दिया।
अब तो इसके वीभत्स स्वरूप के कारण जानवर भी इसका पानी नहीं पी पाते। विडंबना यह है कि यह नदी कभी शहर के लिए पानी का मुख्य स्रोत थी, लेकिन अब यह इतनी जहरीली हो गई है कि इसका उपयोग करना संभव नही है।

रुद्रपुर शहर में कानून व्यवस्था पूरी
तरह लचर, लचर कानून व्यवस्था से शहर असुरक्षित हो रहा है। खासतौर पर यहां रेप , हत्या, लूट, चोरी, स्नेचिंग व धोखाधड़ी जैसी वारदातें लगातार बढ़ रहीं हैं। ऐसी वारदातों को रोकने के लिए कोई ठोस नीति भी पुलिस नहीं बना पाई।
रुद्रपुर स्मार्ट सिटी के नाम पर रुद्रपुर के व्यापारियों का आर्थिक दोहन, जन सरोकार के ऐसे कई मुद्दों को लेकर इस बार होगा नगर निगम रुद्रपुर का चुनाव,आपके पास हर खबर की अपडेट हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स के माध्यम से साझा की जाएगी।
