
अटरिया मेला अपने चरम पर, भक्तों की भारी भीड़, पुलिस-प्रशासन सतर्क


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
— रिपोर्ट: अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर से, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स
रुद्रपुर। रुद्रपुर का प्रसिद्ध अटरिया मेला इस समय पूरे शबाब पर है। पूर्णिमा बीतने के साथ ही अटरिया मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है। दूर-दराज़ से आए भक्तगण मां अटरिया के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। पिछले वर्ष रिकॉर्डतोड़ भीड़ के चलते पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार मेले की शुरुआत से ही प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है।
मंदिर परिसर और बाजार में रौनक
अटरिया मंदिर परिसर में हर प्रकार के सामान की दुकानें सज चुकी हैं। पूजा-पाठ का सामान, चूड़ियां, चुनरी, लेडीज़ पर्स, माला, बिंदी, मूर्तियां, घरेलू उपयोग की वस्तुएं और बच्चों के खिलौने आदि वाजिब दामों पर उपलब्ध हैं। दर्शन के बाद श्रद्धालु जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
मनोरंजन के साधनों की भरमार
मेले में झूले, बच्चों की ट्रेन, जादूगर का शो, मौत का कुआं, राउंड व्हील, और अन्य मनोरंजन के साधनों ने बच्चों और परिवारों को खूब आकर्षित किया। श्रद्धालु मां अटरिया के दर्शन के उपरांत पूरा परिवार इन झूलों और खेल-तमाशों का आनंद ले रहा है।
प्रशासन की चुस्त व्यवस्था
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स की टीम ने जब मेले का भ्रमण किया, तो पाया कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। मेले के लिए एक अस्थायी पुलिस चौकी और अग्निशमन विभाग का कार्यालय भी स्थापित किया गया है। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए उधम सिंह नगर पुलिस की टीम सक्रिय भूमिका में नजर आई।
सजावट और श्रद्धा का संगम
नेशनल हाईवे से लेकर अटरिया मंदिर तक का लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा मार्ग रंग-बिरंगी इलेक्ट्रॉनिक लाइटों से जगमगा रहा है। भक्त ‘जय मां अटरिया’ के जयकारों के साथ मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं। इस बार अटरिया प्रबंध समिति द्वारा चार चौंकों पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
रुद्रपुर शहर की बढ़ती आबादी के साथ मेले की भीड़ भी साल दर साल बढ़ रही है, लेकिन प्रशासन की सक्रियता के कारण अब तक मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो रहा है।
क्या है अटरिया मंदिर का इतिहास?
अटरिया मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व क्या है, इसके बारे में विस्तृत जानकारी आप हमारी अगली विशेष रिपोर्ट में पढ़ सकेंगे — केवल हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स पर।
