ऐसे में पुलिस को उन्हीं पर हत्या का शक है। आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं लग पाया है, लेकिन संदेह है कि आरोपितों ने प्रापर्टी के लेनदेन के चलते उसे मौत के घाट उतारा। मृतक प्रापर्टी डीलर विकासनगर में हुई कैश वैन से लाखों रुपये की लूट में शामिल था।
घर के बाहर दिखी एक महिंद्रा एक्सयूवी 300 कार
शनिवार सुबह पटेलनगर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि यमुनोत्री एन्क्लेव कालोनी में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर एसएसआइ मनमोहन सिंह नेगी, चौकी प्रभारी आइएसबीटी देवेश खुगशाल मौके पर पहुंचे। पुलिस को घर के बाहर एक महिंद्रा एक्सयूवी 300 कार दिखी।
कार के पीछे प्रदेश अध्यक्ष हिंदू सेना लिखा हुआ था। कार की तलाशी लेने पर पुलिस को प्रापर्टी के दस्तावेज, तलवार, शादी के कार्ड व कुछ अन्य दस्तावेज मिले। दस्तावेजों के आधार पर मृतक की पहचान मंजेश कुमार निवासी ग्राम गांजा माजरा (घेर गऊशाला) खेड़ी शिकोहपुर, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार के रूप में हुई।
पूछताछ में पता चला कि मकान प्रदीप कुमार बौडीयाल का है, जोकि सचिन निवासी भगवानपुर, हरिद्वार ने दीपावली से पहले ही किराये पर लिया था।
पुलिस को मृतक के भाई सचिन कुमार वर्तमान निवासी रेसकोर्स ने बताया कि मंजेश शुक्रवार शाम को यह कहकर घर से निकला था कि वह अपने दोस्त सचिन व अर्जुन के कमरे पर जा रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि मंजेश की हत्या सचिन व अर्जुन ने की है। इस मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने सचिन व अर्जुन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, दोनों की तलाश की जा रही है।
मंजेश के खिलाफ विकासनगर में दर्ज है डकैती का मुकदमा
पुलिस ने जब मृतक मंजेश का आपराधिक रिकार्ड खंगाला तो पता चला कि उसके खिलाफ विकासनगर कोतवाली में डकैती का मुकदमा दर्ज है। मंजेश ने वर्ष 2016 में अपने साथियों के साथ बैंक की कैश वैन से 18 लाख की डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में वह जेल भी जा चुका है। फरार चल रहे सचिन व अर्जुन का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
डोईवाला में मलकीत हत्याकांड से जुड़ सकते हैं तार
डोईवाला में 25 मार्च 2019 की रात को माधोवाला निवासी किसान मलकीत सिंह की गला रेतकर हत्या हुई थी। घर पर लूटपाट करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था। हत्याकांड में पुलिस ने अर्जुन चौधरी नाम के आरोपित को भी गिरफ्तार किया था। अब पुलिस इस बात की जानकारी जुटा रही है कि यह अर्जुन सिंह वही है, जिसने हत्याकांड को अंजाम दिया या फिर कोई और। हालांकि यह बात भी सामने आ रही है कि आरोपित गिरोह से जुड़े हैं, जोकि प्रापर्टी डीलिंग की आड़ में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है।
काले रंग की डस्टर कार की तलाश में जुटी पुलिस
पड़ोसियों की मानें तो सचिन के इस कमरे में आठ से 10 लोग आते-जाते थे। उनका व्यवहार भी सही नहीं था। जिसके कारण कई बार उनसे झगड़ा भी होता था। बताया जा रहा है कि घर पर एक काले रंग की डस्टर कार भी आए दिन आती थी। जिस पर किसी सरकारी अधिकारी की नेम प्लेट भी लगी होती थी। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि आखिर वह काले रंग की डस्टर कार किसकी थी।
पार्टी के बाद की गई हत्या
जिस कमरे में मंजेश की हत्या की गई, उसमें कुछ गिलास व पानी की बोतलें भी रखी हुई थी। फारेंसिक टीम ने कमरे से मिले सभी साक्ष्यों को कब्जे में ले लिया है। पुलिस को घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन भी मिला है। जिसकी काल डिटेल निकाली जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस एक या दो दिन में हत्याकांड का पर्दाफाश कर सकती है।