पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच बीटिंग रिट्रीट समारोह को निलंबित कर दिया गया था।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पंजाब में पाकिस्तान सीमा से सटे तीन स्थानों पर जनता के लिए ध्वज उतारने का समारोह (Flag-Lowering Ceremony) फिर से शुरू करने का फैसला किया है। यह कार्यक्रम अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में जनता के लिए आयोजित किया जाएगा।
अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में स्थित संयुक्त जांच चौकियों पर पाकिस्तान रेंजर्स के साथ तालमेल बिठाते हुए बीएसएफ के जवान हर शाम भारतीय ध्वज को झुकाते हैं।
हालांकि, आज फिर से शुरू होने वाले इस समारोह में कटौती की जाएगी, बीएसएफ के जवान पाकिस्तान रेंजर्स से हाथ नहीं मिलाएंगे और ध्वज उतारने की प्रक्रिया के दौरान गेट नहीं खोले जाएंगे।
8 मई से आम लोगों का प्रवेश रद्द किया गया था
8 मई को बीएसएफ ने ‘सार्वजनिक सुरक्षा’ के मद्देनजर इन तीन स्थानों पर इस कार्यक्रम के लिए आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
यह निर्णय भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के एक दिन बाद लिया गया। पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, के साहसिक जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 स्थानों पर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
…जिसका Pakistan को मुंहतोड़ जवाब मिला
इस हमले में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने नागरिक और सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसका उसे मुंहतोड़ जवाब मिला।

